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    'साहब, नकद रुपये है तो ही तेल डलवाना...', मनीषा मौत मामले के बीच भिवानी में इंटरनेट सेवाएं बंद; ऑनलाइन पेमेंट प्रभावित

    भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत के बाद 10 दिन से चल रहे विरोध के बाद गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। अंतिम संस्कार के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से लोगों को परेशानी हुई। गांव में अभी भी तनाव बरकरार है।

    By Shiv Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 22 Aug 2025 12:09 PM (IST)
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    शिक्षिका मौत मामला : घर की बजाए सीधे अंतिम संस्कार के लिए शमशान भूमि ले जाया गया शव

    जागरण संवाददाता, भिवानी। प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में पिछले 10 दिन से चल रहे विरोध, धरने के बाद आखिरकार वीरवार को शव का अंतिम संस्कार हुआ। शव को अंतिम संस्कार के लिए घर ले जाने की बजाए एंबुलेंस से सीधे ही शमशान भूमि ले जाया गया।

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    स्वजनों और ग्रामीणों की भीड़ और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया। मृतका के छोटे भाई नितेश ने चिता को मुखाग्नि दी। इसी दौरान मृतका के पिता संजय की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

    मनीषा की मां उसके अंतिम दर्शन नहीं कर पाई। लोगों ने मनीषा अमर रहे के नारे भी लगाए। अंतिम संस्कार के दौरान गांव में प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए थे और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी भी तैनात रही।

    वहीं, इस बीच भिवानी और चरखी दादरी में इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं, जिससे लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

    साहब, नकद रुपये है तो ही तेल डलवाना...

    शिक्षिका मनीषा की मौत पर मचे बवाल के बीच पिछले तीन दिन के दौरान इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। जिस कारण लाखों का लेन-देन प्रभावित हुआ।

    इंटरनेट बंद होने के कारण लोग बाजारों में ऑनलाइन पेमेंट के लिए परेशान रहे। पेट्रोल पंप, सब्जी मंडी में तो दुकानदार सामान देने से पहले कहने लगे, साहब नकदी है तो ही सामान या पेट्रोल लेना। यहां वाईफाई की सुविधा नहीं है। जिस कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

    सीबीआई को सौंपी गई जांच

    बता दे कि शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले की जांच बुधवार को सीबीआई को सौंपने और मृतका का तीसरी बार दिल्ली एम्स में पोस्टमार्टम करवाए जाने की मांग पूरी होने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए सहमत हो गए थे।

    बुधवार को देर सायं गांव के मुख्य प्रवेश द्वार पर शुरू किया गया अनिश्चतकालीन धरना भी समाप्त कर दिया गया था। मनीषा के शव को बुधवार देर रात एम्स से पोस्टमार्टम के बाद भिवानी लाया गया जहां से सुबह शव को गांव ढाणी लक्ष्मण लाया गया था।

    इससे पहले जेसीबी से सभी बंद किए गए मार्गों से काटे गए पेड़ हटवाकर रास्ता खाली किया गया। पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए अनेक गांवों व दूरदराज के क्षेत्रों से लोग पहुंचे तथा सीपी झज्जर राजश्री ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया।

    उन्होंने कहा कि सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। उनके पड़ोसी गांव की बेटी की मौत की घटना बेहद दुखद है तथा ऐसे में वे परिवार से दुख-दर्द साझा करने आई है।

    सीबीआई जांच खोलेगी राज

    मनीषा की मौत को लेकर शुरूआत से ही अनेक सवाल उठ रहे है। बेशक साइंटिफिक जांच में स्पष्ट हो गया है कि उसके गले व चेहरे को कुत्तों ने नोचा, उसके शरीर में कीटनाशक दवा मिली मगर लोग अभी भी सवाल उठा रहे है। उन्हें आत्महत्या वाली बात हजम नहीं हो रही। लोगों का कहना है कि मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है और जांच सही बिना किसी दबाव के होती है तो कई अन्य चीजे भी सामने आ सकती है।

    तनाव अभी बरकरार

    शिक्षिका मनीषा के अंतिम संस्कार के बाद जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन ने पिछले 10 दिन से बनी तनावपूर्ण स्थिति के बीच राहत की सांस ली। मगर गांव में तनाव अभी बरकरार है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस फोर्स को गांव के आसपास ही रखा है।

    वीरवार को भारी पुलिस फोर्स गांव के बाहर और ढिगावा में तैनात रही। वहीं गांव में चले धरने में काफी संख्या में गांव की बजाए बाहरी लोग थे। जिस बारे में गांव के लोगों ने अप्रिय घटनाओं की भी आशंका जताई थी। गांव में अभी भी काफी लोग शोक जताने पहुंच रहे है। सोशल मीडिया पर अभी भी काफी विडियो वायरल हो रही है। जिस कारण माहौल तनावपूर्ण है।