जल शक्ति संरक्षण मिशन गोष्ठी में समझाया जल का महत्व
भारत विकास परिषद हरियाणा पश्चिम शाखा बहल के तत्वावधान में जारी श्रीशंक ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, बहल : भारत विकास परिषद हरियाणा पश्चिम शाखा बहल के तत्वावधान में जारी श्रीशंकरमल साबू राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाल संस्कार शिविर के तीसरे दिन आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष में जल शक्ति संरक्षण मिशन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जल गोष्ठी का शुभारंभ शाखा के प्रधान अमरजीत चौधरी किया गया। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस गोष्ठी की महत्ता व आवश्यकता पर विशेष बल दिया। मुख्य वक्ता भारत विकास परिषद हरियाणा पश्चिम के सह संयोजक डा. एनपी गौड़ ने कहा कि वर्तमान में इस गोष्ठी का उद्देश्य नई पीढ़ी में जल बचाने के संस्कार पैदा करना है। उन्होंने बताया कि शरीर के पंच तत्वों का आधार जल ही है तथा हमारे शरीर में 70 प्रतिशत पानी होता है। लेकिन हम आधुनिक जीवन शैली में रहकर भविष्य में गंभीर जल संकट को आमंत्रित कर रहे हैं। मानव के छोटे-छोटे प्रयासों से ही काफी जल का संरक्षण कर सकते हैं । जैसे हम लोगों को पानी के महत्व को समझाएं और जो ग्रावों व शहर के जोहड़ व तालाब नष्ट हो गए हैं। उनका पुनर्निर्माण करें तथा नए जोहड़ बनवाएं। घरों में आरओ से निकले हुए पानी से घर के बर्तन धोए , पोंछा लगाए , पौधों में डालें और अन्य कामों में लावें , उस पानी को बर्बाद ना होने दें, नल की टोंटी का पानी भी बर्बाद ना होने दें। जहां कहीं भी टोंटी चलती हुई तो देखें उसको तुरंत बंद करे। यदि किसी टोंटी से पानी बूंद बूंद टपकता हो तो उसे ठीक करवाने का प्रयत्न करें। वैदिक प्रवक्ता संदीप आर्य ने कहा एक व्यक्ति को प्रतिदिन औसतन 200 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। अब आप अनुमान लगा सकते हैं कि अपने देश की 135 करोड़ आबादी को 1 वर्ष में कितने जल की आवश्यकता होगी। विज्ञान प्रवक्ता सरोज ने प्रशिक्षणार्थियों को अम्ल एवं क्षार के गुण बताए तथा उनकी परीक्षण करने की विधि प्रायोगिक तौर से दिखाते हुए समझाई। अंत में स्कूल बहल के प्राचार्य कृष्ण कुमार यादव ने समस्त उपस्थित जनों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई एवं शपथ पर अमल करने के लिए बल दिया।

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