Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इंग्लैंड में हरियाणा के युवक की हत्या, 24 दिन बाद पहुंचा शव; हुआ अंतिम संस्कार

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 11:53 PM (IST)

    गांव जगरामबास निवासी विजय कुमार की इंग्लैंड में हत्या के 24 दिन बाद शव गांव पहुंचा। रामबाग में अंतिम संस्कार किया गया, जहाँ हजारों ग्रामीण शामिल हुए। ...और पढ़ें

    Hero Image

    इंग्लैंड में हरियाणा के युवक की हत्या। सांकेतिक फोटो

    संवाद सहयोगी, बाढड़ा। गांव जगरामबास निवासी विजय कुमार की इंग्लैंड में हत्या के 24 दिन बाद शव वीरवार को दोपहर बाद उनके गांव पहुंचा। यहां गांव के रामबाग में अंतिम संस्कार किया गया। क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों की मौजूदगी में उनके शव को उनके बड़े भाई रवि श्योराण ने मुखाग्नि दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गांव जगरामबास निवासी विजय कुमार की इंग्लैंड में 25 नवंबर की सायं यूनिवर्सिटी से लौटते समय कुछ युवकों ने हत्या कर दी थी। जिस पर जांच के लिए 23 दिनों तक शव वहीं पर रखा गया। पुलिस से अनापत्ति पत्र मिलने के बाद एक निजी एजेंसी शव को लेकर इंग्लैंड से रवाना हुई और वीरवार सुबह 8:45 बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली पहुंची।

    यहां पर कानून औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 12 बजे उनके शव को घर के लिए भेजा गया। उनके पैतृक आवास पर शव पहुंचा तो गांव में मातम छा गया। लेकिन ग्रामीणों ने स्वजनों को संभाला और हजारों ग्रामीणों एवं क्षेत्रवासियों ने अंतिम दर्शन के बाद गांव के श्मशान घाट में विजय का दाह संस्कार किया।

    पिछले बीस दिन से अपने बेटे को लाने के इंतजार में उनके पिता पूर्व सैनिक सुरेंद्र सिंह, भाई रवि श्योराण व माता राजबाला ने शव को देखते ही अपना सब्र खो दिया। दाह संस्कार में खाप श्योराण पच्चीस अध्यक्ष बिजेंद्र श्योराण, भाजपा जिलाध्यक्ष इंजीनियर सुनील हड़ौदी, जजपा अध्यक्ष विजय श्योराण, विधायक उमेद पातुवास के भाई राजेश पातुवास, शमशेर जगरामबासइत्यादि शामिल रहे।

    बेटे के शव को देखकर टूटा सब्र

    इंग्लैंड से गांव जगरामबास में वीरवार को ज्यों ही पूर्व सैनिक सुरेंद्र सिंह के घर पर उनके पुत्र विजय कुमार का शव पहुंचा तो पिता व भाई तो कुछ समय औरों को ढांढस बंधाते रहे, लेकिन माता राजबाला पूरी तरह बिलख पड़ी। शव को देखने के बाद वह सुधबुध खो बैठी।

    उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए विजय विदेश गया था। अब जिस हाल में लौटा है उसे देख कैसे सब्र हो। मृतक विजय के दोस्त व ग्रामीण स्वजनों को समझाने में जुटे रहे।

    शव के साथ पहुंचे मृतक विजय श्योराण के जीजा जितेंद्र श्योराण ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस पूरी मुस्तैदी से जांच में जुटी थी और इंग्लैंड सरकार के नियमों के तहत शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की संभावना के चलते 23 दिन की देरी हुई है।

    दोषियों की तत्काल पहचान हो गई थी और सभी तरह की रिपोर्ट का मिलान हो गया। उन्हें भरोसा है कि वहां का कानून आरोपितों को सख्त सजा देगा।

    जीएसटी की नौकरी छोड़ उच्च शिक्षा के लिए गया था इंग्लैंड

    विजय श्योराण जीएसटी में निरीक्षक पद पर चयनित हो गया था। लेकिन पिछले फरवरी माह एमबीए करने के लिए इंग्लैंड गया था। जहां 25 नवंबर को उसकी चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में भारत के पांच युवकों को नामजद किया गया है।

    घटना के सात से आठ दिन गुजरने पर इंग्लैंड पुलिस ने मृतक विजय श्योराण का पोस्टमार्टम तो करवा दिया है लेकिन शव को भारत भेजने के आदेश नहीं दिए। अब अन्य कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने 14 दिसंबर को शव ले जाने का आदेश मिल गया था।