पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल के छोटे भाई हरि सिंह का निधन, 80 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के छोटे भाई हरि सिंह का 80 वर्ष की आयु में हृदयघात से निधन हो गया। उन्होंने अपने पैतृक गांव गोलागढ़ में अंतिम सांस ली। हरि सिंह का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया। वे पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल के परिवार के सातवें सदस्य थे। उनके परिवार ने हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

जागरण संवाददाता, भिवानी। पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के छोटे भाई हरि सिंह का रविवार को 80 साल की उम्र में हृदयघात से निधन हो गया। उन्होंने अपने पैतृक गांव गोलागढ़ में अंतिम सांस ली। बेटों के अलावा पोते अनिरुद्ध चौधरी ने उन्हें कंधा दिया। इसके बाद गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। यहां बेटों ने मुखाग्नि दी। रविवार सुबह करीब साढे़ सात बजे चौ. बंसीलाल के भाई हरि सिंह को हृदयघात हुआ।
बेटे विजय कुमार ने बताया कि 25 जनवरी 1944 को उनके पिता हरि सिंह का जन्म हुआ था। पिताजी चार भाई और चार बहनें थे। उनमें सबसे बड़े पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल थे। उनके बाद बुआ तारावती और कलावती थीं। फिर ताऊ एडवोकेट रघबीर, बुआ शांति, ताऊ महावीर, उसके बाद मेरे पिता हरि सिंह और सबसे अंत में बुआ संतरो थीं।
1960 में हुई थी महावीर की शादी
विजय ने बताया कि उसके ताऊ महावीर और पिता हरि सिंह की शादी एक साथ 1960 के आसपास हुई थी। उस समय गांव गोलागढ़ में मकान बनाया गया था। इस घर में सबसे पहली शादी मेरे पिता की ही हुई थी।
हम चार भाई हैं। सबसे बड़े राजकुमार हैं, जो प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हैं। दूसरे भाई रवि कुमार सब-इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हैं। तीसरे नंबर पर मैं हूं। मेरा छोटा भाई संत कुमार कोर्ट में रीडर के पद पर कार्यरत है।
2009 से चल रहा था हार्ट का इलाज
बेटे ने बताया कि पिताजी का 2009 से हार्ट का इलाज चल रहा था। उन्हें पहले हार्ट अटैक आया था। दिसंबर 2016 में उन्हें दूसरा अटैक आया। 2017 में दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान स्टंट डाले गए थे। इसके बाद लगातार उनका इलाज चल रहा था।
रविवार सुबह घर की महिलाएं प्लाट में गईं, तो वहां पिताजी लेटे हुए थे। उन्होंने इसकी सूचना परिवार के अन्य सदस्यों को दी। हमें सुबह करीब साढ़े सात बजे पता चला कि पिताजी अब इस दुनिया में नहीं रहे।
तीन भाइयों का पहले हो चुका है निधन
पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल आठ भाई-बहन थे। जिनमें चार भाई और चार बहने थी। हरि सिंह उनमें सातवें नंबर पर थे। चौ. बंसीलाल समेत तीन भाईयों का पहले ही निधन हो चुका है और चौथे यानी हरि सिंह का रविवार को निधन हो गया। चार बहनों में से दो बहनों का निधन पहले हो चुका है और दो बहनें अभी जीवित हैं।
चौ. बंसीलाल ने दी परिवार को राजनीतिक पहचान
चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री, केंद्र में रेलवे मंत्री रहे चौ. बंसीलाल ने परिवार को राजनीतिक पहचान दी बल्कि प्रदेश ही नहीं देश में हरियाणा का नाम किया। वे दो बार केंद्र में मंत्री रहे। उनके बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रहे और विधायक रहे है। छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह सांसद और विधायक रहे। उनकी पुत्रवधु किरण चौधरी राज्यसभा सांसद हैं तो वहीं पोती श्रुति चौधरी वर्तमान में कैबिनेट मंत्री हैं।
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