तीन बार यूपीएससी साक्षात्कार दे चुके डा. अमित अब युवाओं को सिविल सेवाओं के लिए कर रहे तैयार
कोशिश भी कर उम्मीद भी रख रास्ता भी चुन फिर इस के बाद थो
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कोशिश भी कर, उम्मीद भी रख, रास्ता भी चुन, फिर इस के बाद थोड़ा मुकद्दर तलाश कर..
मशहूर कवि निदा फाजली की ये पंक्तियां दादरी निवासी डा. अमित यादव पर बिल्कुल सटिक साबित होती हैं। डा. अमित यादव तीन बार संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा में साक्षात्कार तक पहुंच चुके हैं। पिछले साल हरियाणा सिविल सर्विस परीक्षा उत्तीर्ण की। लेकिन महज कुछ अंकों से सफलता हासिल करने से चूक गए। इन सब के बावजूद भी हार नहीं मानी और दोबारा से तैयारी करने में जुट गए। बस फर्क इतना है कि इस बार केवल खुद तक सीमित न रहते हुए क्षेत्र के अन्य युवाओं को भी यूपीएससी व एचसीएस परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं। वो भी सोशल मीडिया के माध्यम से।
मूलरूप से गांव चांगरोड तथा वर्तमान में दादरी की एमसी कालोनी निवासी डा. अमित यादव ने वर्ष 2013 में चेन्नई के गर्वनमेंट मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। जनसेवा की भावना के चलते डा. अमित ने वर्ष 2015 में भिवानी के सरकारी अस्पताल में बतौर मेडिकल आफिसर सेवाएं शुरू की। लेकिन उनका लक्ष्य यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करना था।
बतौर चिकित्सक कार्य करते हुए भी अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा। अप्रैल 2019 में उन्होंने मेडिकल आफिसर के पद से त्याग पत्र दे दिया। अभी तक डा. अमित पांच बार यूपीएससी की मेन परीक्षा दे चुके हैं। वर्ष 2016, 2017 व 2019 में यूपीएससी की मेन परीक्षा उत्तीर्ण कर काफी महत्वपूर्ण माने जाने वाला साक्षात्कार भी दे चुके हैं। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया और वे महज कुछ अंकों से पूरी परीक्षा उत्तीर्ण करने से चूक गए। वर्ष 2019 में उन्होंने हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा भी उत्तीर्ण की। लेकिन यहां पर भी उन्होंने जिन पदों को प्राथमिकता दी थी, वे नहीं मिल सके। काफी कठिन परीक्षाओं में काफी आगे तक जाने वाले डा. अमित इन असफलताओं से हारे नहीं और अपनी तैयारी को जारी रखते हुए अन्य युवाओं को भी मौका दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने लगे वीडियो
कोविड-19 महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया का क्रेज काफी बढ़ गया था। ऐसे में डा. अमित ने लॉकडाउन के दौरान ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी शुरू कर दी। जिन्हें युवाओं का काफी बढि़या फीडबैक मिल रहा है। डा. अमित द्वारा प्रतिदिन सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न विषयों से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही है। ग्रामीण परिवेश में छिपी प्रतिभाओं को आगे लाकर सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के लिए डा. अमित द्वारा दादरी में एकेडमी भी शुरू की गई है। डा. अमित का कहना है कि युवाओं को असफलता से हार नहीं माननी चाहिए। प्रतिभाओं की कमी नहीं : डा. अमित
डा. अमित यादव का मानना है कि दादरी जैसे क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि मौका व सही मार्गदर्शन मिले तो यहां के युवा भी आगे बढ़कर यूपीएससी जैसी परीक्षाएं उत्तीर्ण कर सकते हैं। ऐसे में उन्होंने युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए ही ये शुरूआत की है। उन्होंने बताया कि बीती 4 अक्टूबर को आयोजित यूपीएससी की प्री परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को भी इन वीडियो से काफी सहायता मिली है।
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