माकपा ने पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी जिला कमेटी भिवानी ने पेट्रोलियम पदार्थो की मंहगाई कम करने के लिए इन पर लगने वाले सीमा व उत्पाद शुल्क कम करने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया है।
जागरण संवाददाता, भिवानी : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी जिला कमेटी भिवानी ने पेट्रोलियम पदार्थो की मंहगाई कम करने के लिए इन पर लगने वाले सीमा व उत्पाद शुल्क कम करने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया है। ज्ञापन उपायुक्त की तरफ से समाज कल्याण अधिकारी देवेन्द्र सिंह को सौंपा गया। माकपा जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण केंद्र सरकार ने मूल्य बढ़ाने का कदम नहीं उठाया। जनता की नाराजगी का उन्हें डर सत्ता रहा था। जैसे ही चुनाव जीत गए अब केन्द्र सरकार द्वारा अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना की पहली व दूसरी लहर के समय पैट्रोलियम पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय कीमतें कम हुई थी। उस समय भारत सरकार ने इन पदार्थों पर सीमा व उत्पाद शुल्क बढ़ाकर जनता को राहत नहीं दी और लाखों करोड़ रुपया टैक्स खजाने में जमा कर लिया। अब बाहर कीमतें बढ़ रही हैं, तो सरकार सीमा व उत्पाद शुल्क कम करने का नाम नहीं ले रही है। इसका बोझ भी जनता पर डाल रही है। 25 रुपये प्रति लीटर डीजल बढ़ाना, 50 रुपये प्रति सिलेंडर गैस के दाम बढ़ाना तथा प्रति दिन 80 पैसे प्रति लीटर पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाकर मंहगाई बढ़ाई जा रही है। गरीब व मध्यम वर्ग इस मंहगाई से तबाह हो जाएगा। माकपा इसका विरोध करेगी तथा जनता को जागरूक करके आन्दोलन खड़ा करेगी। ज्ञापन देने वालो में माकपा सचिवमण्डल सदस्य मास्टर शेरसिंह, कामरेड अनिल कुमार, रामफल देशवाल, माकपा नेता राजकुमार दलाल, मास्टर वजीर सिंह, नरेरा कुमार शर्मा, फूलचन्द ,महेन्द्र मिताथल शामिल थे।
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