भिवानी: आत्महत्या के 35 घंटे बाद एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, 7 साल के बेटे ने मां-बाप को दी मुखाग्नि
चरखी दादरी के गांव बेरला में एक दंपती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के 35 घंटे बाद, उनके शवों का अंतिम संस्कार किया गया, और उनके 7 साल के बेटे ...और पढ़ें

35 घंटे बाद एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार (फोटो: जागरण)
जागरण टीम, चरखी दादरी/बाढड़ा। जिले के गांव बेरला में फांसी लगाने वाली दंपती के शवों का रविवार दोपहर को पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया गया।
मौत के करीब 35 घंटे बाद गांव में गमगीन माहौल के बीच एक ही चिता पर दोनों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। सात साल के बेटे ने एक साथ मां-बाप को मुखाग्नि दी।
शनिवार को पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट मिला था जिसमें मृतक ने गांव के ही एक व्यक्ति पर बाहर भेजने के नाम पर लिए गए डेढ़ लाख नहीं लौटाने और परेशान करने के आरोप लगाए थे।
स्वजनों ने रविवार को आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उल्लेखनीय है कि गांव बेरला निवासी 33 वर्षीय विष्णु और 30 वर्षीय उसकी पत्नी संगीता ने शनिवार अल सुबह करीब पांच बजे छत पर बने कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया था।
जिससे उनकी मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर बाढड़ा थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और एफएसएल व सीन आफ क्राइम टीम को मौके पर बुलाया। निरीक्षण के दौरान टीम को दंपती के बैड पर कापी से सुसाइड नोट मिला।
जिसमें उसने गांव के ही एक व्यक्ति पर बाहर भेजने के नाम पर लिए गए डेढ़ लाख रुपये ना लौटाने और मांगने पर टाल-मटौल करने का जिक्र किया। उससे परेशान होकर उसने सुसाइड करने की बात लिखी थी।
पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया था। उसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए दादरी सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन शनिवार को कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो पाया और शवों को शवगृह में रखवाया गया।
रविवार को स्वजन व बाढड़ा थाना पुलिस टीम सिविल अस्पताल पहुंची और दोपहर बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंपे गए।
दंपती ने शनिवार अल सुबह करीब पांच बजे फांसी का फंदा लगाकर जान दी थी। स्वजनों द्वारा सुबह करीब दस बजे पुलिस को उसकी सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू की।
लेकिन स्वजनों के बयान देरी से दर्ज होने व दूसरी कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण शनिवार को पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
रविवार को बाढड़ा थाना पुलिस टीम सुबह करीब साढ़े दस बजे पहुंच गई थी लेकिन स्वजन करीब सवा 11 बजे पहुंचे जिसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी की और दोपहर बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।
उसके बाद गांव बेरला में गमगीन माहौल में रविवार सायं करीब पौने चार बजे मौत के 35 घंटे बाद एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
सात साल के बेटे द्वारा एक साथ मां-बाप को खोने और उन्हें अपने नन्हें हाथों से मुखाग्नि देने का दृश्य देखकर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई।
पोस्टमार्टम के लिए रविवार को सिविल अस्पताल पहुंचे जांच अधिकारी एचसी सतबीर सिंह ने बताया कि शनिवार को स्वजनों की ओर से शिकायत देरी से दी गई थी जिसके चलते शनिवार को पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर मृतक के बड़े भाई द्वारा दिए गए बयान पर बेरला निवासी राजेश के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है।

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