भिवानी के नागरिक अस्पताल में मिलेगी कीमोथेरेपी की सुविधा, नहीं काटने पड़ेंगे पीजीआई के चक्कर
भिवानी के जिला नागरिक अस्पताल में जल्द ही कैंसर डे केयर सेंटर शुरू होगा जिससे कैंसर मरीजों को प्राथमिक उपचार मिल सकेगा। वार्ड नंबर 10 में 10 बेड का सेंटर बनाया गया है। यहां कीमोथेरेपी की सुविधा भी मिलेगी जिससे मरीजों को पीजीआई के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जिले में करीब 250 कैंसर मरीज पंजीकृत हैं जिन्हें इस सुविधा से काफी राहत मिलेगी।

नवनीत शर्मा, भिवानी। कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी के लिए अब रोहतक पीजीआई के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जिला नागरिक अस्पताल में जल्द कैंसर डे केयर सेंटर शुरू होने जा रहा है। वार्ड 10 को कैंसर डे केयर सेंटर बनाया गया है। सिविल सर्जन डाॅ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि कैंसर डे केयर सेंटर के लिए मेडिकल ऑफिसर के अलावा दो नर्सिंग ऑफिसर को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रोहतक पीजीआई में ट्रेनिंग दी जा रही है। जिले में कैंसर के करीब 250 पंजीकृत मरीज है, जबकि कुछ मरीज बिना पंजीकरण के अन्य जगहों से दवाइयां भी ले रहे है।
पहले लगाने पड़ते थे पीजीआई व निजी अस्पताल के चक्कर
जिले में कैंसर मरीजों के लिए फिलहाल कोई सुविधा नहीं है। मरीजों को उपचार के लिए हिसार के निजी अस्पताल या फिर रोहतक पीजीआई और चंडीगढ़ जाना पड़ रहा है। कैंसर मरीजों का मुख्य तौर पर उपचार रोहतक पीजीआई से शुरू होगा। इसके बाद मरीजों की कीमोथेरेपी और अन्य उपचार जिला मुख्यालय के कैंसर डे केयर में हो पाएगा।
मरीजों को शुरुआती चेकअप में सहायता मिलेगी
अस्पताल में बने कैंसर डे केयर सेंटर में कीमोथेरेपी इन्फ्यूजन की सुविधा देते हैं। इससे रोगियों को कैंसर की चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए परामर्श और अन्य सहायता प्रदान करते हैं। सेंटर रोगियों को साइड इफेक्ट को मैनेज करने में मदद और मालिश या एक्यूपंक्चर जैसी मेडिकल सहायता देता है। कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों की दवा भी यहां पर मिल जाएगी। ताकि इलाज के दौरान दवा के लिए परेशानी से न गुजरना पड़े। सेंटर में मरीजों को शुरुआती चेकअप में भी सहायता मिलेगी।
ये मिलेंगी सुविधाएं
-कीमोथेरेपी।
- स्क्रीनिंग और जांच।
- दवाओं का वितरण।
- चिकित्सकीय और मानसिक परामर्श।
- आवश्यकतानुसार उच्च संस्थानों को रेफरल।
कैंसर के ये हैं प्रमुख लक्षण
- अत्यधिक थकान होना।
- बेवजह वजन घटना।
- कमजोरी आना।
- शरीर के किसी हिस्से में फोड़ा या गांठ होना।
- खांसी और सीने में दर्द होना।
- कूल्हे या पेट में दर्द होना।
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