राजस्थान से होने वाला व्यापार ठप, अब दो दिन बंद पर भड़के व्यापारी, पुतला फूंका
साड़ियों बर्तन कपड़ा आदि व्यापार करने वाले व्यापारी सरकार के सोमवार और मंगलवार को बाजार बंद करने के फैसले से रोष में है। व्यापारियों ने फैसले का विरोध क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, भिवानी : हरियाणा से लेकर राजस्थान तक साड़ियों, बर्तन, कपड़ा आदि व्यापार करने वाले व्यापारी सरकार के सोमवार और मंगलवार को बाजार बंद करने के फैसले से रोष में है। व्यापारियों ने फैसले का विरोध करते हुए कपड़ा बाजार में विरोध स्वरूप पुतला जलाया। उससे पहले बैठक कर दोनों दिन बाजार खोलने की बात कही। व्यापारियों का कहना है कि रविवार को सामान्य दिनों में बाजार बंद होता है उसके बाद दो दिन के बंद से उनकी कमर टूट जाएगी, जबकि इन दो दिनों जब सबसे ज्यादा ग्राहक आते हैं। व्यापारियों ने बाद में प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा।
सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सोमवार और मंगलवार को बाजार बंद करने का ऐलान किया है। इससे पहले शनिवार और रविवार को यह बंद था। बंद के दिनों में बदलाव होने के साथ ही व्यापारियों का गुस्सा फूट गया है। व्यापारियों ने सरकार के फैसले के विरोध में शनिवार को बैठक की। बैठक में बाजार बंद करने के तय दिनों में दुकानों खोलने की बात कही गई। व्यापारियों का कहना है कि पहले ही कोरोना काल में उनका व्यापार ठप हो चुका है। लगातार वह घाटे में जा रहे है लेकिन सरकार उनकी बात ही नहीं सुन रही है। बाजार को बंद कर उनके व्यापार को खत्म किया जा रहा है।
नगर व्यापार मंडल प्रधान भानू प्रताप शर्मा ने बताया कि रविवार पहले से ही बाजार बंद रहता है। अगले दो दिन बंद करने से उनका तीन दिन के लिए बाजार बंद हो जाएगा। व्यापारी बाजार खोलने की बात कह रहे है। सरकार को व्यापारियों की बात सुन उनको इस समय में राहत देनी चाहिए। कैश में उठाना पड़ता है माल, पुराना पैसा अटका
व्यापारियों के बंद के साथ काफी दुविधा हो गई है। कारण है उनको यदि दिल्ली, सूरत, पानीपत सहित अन्य जगह से माल लेकर आना पड़ रहा है तो उसका पैसा उनको कैश में देना पड़ता है। वह अपने माल का पुराना पैसा दूसरे व्यापारियों से मांगते हैं तो बाद में देने की बात कही जाती है। व्यापारियों की तरफ से पैसे की रोटेशन बंद होने के कारण दुविधा बढ़ गई है। अब हालात यह है कि वह उधार भी नहीं ले पा रहे हैं। राजस्थान से ग्राहक आने बंद, 10 करोड़ का व्यापार प्रभावित
जिले की सीमा राजस्थान के साथ मिलती है। इसके चलते राजस्थान के आस पास के जिलों के काफी लोग भिवानी में साड़ी, बर्तन, सोना-चांदी सहित अनेक सामान खरीदने के लिए आते हैं। अकेले साड़ियों की ही 1500 दुकानें होंगी। कोरोना से पहले हर रोज करीब 10 करोड़ का व्यापार होता था। मार्च में कोरोना काल के कारण सरकार की तरफ से सड़क से लेकर रेल मार्ग को बंद किया गया था। इसके चलते अब कोई भी ग्राहक नहीं पहुंच रहा है। हालात यह है कि पूरा माह का बिक्री से खर्चा निकल जाए तो व्यापारी बहुत खुश है। भिवानी व्यापार मंडल प्रतिनिधि उपायुक्त से मिले
जासं, भिवानी : सोमवार, मंगलवार को समय सारिणी बनाकर बाजार खोले जाने की मांग को लेकर भिवानी व्यापारमंडल के प्रतिनिधि जेपी कौशिक की अध्यक्षता में उपायुक्त से मिले और ज्ञापन सौंपा। कौशिक ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह समय सारिणी बनाकर 9 से तीन बजे दुकानें खुलवाए। उन्होंने कहा कि एक तो पहले ही कोरोना संक्रमण के दौरान देश में आर्थिक मंदी आ रही है, ऊपर से सप्ताह में दो दिन के लॉकडाउन से व्यापारियों की कमर टूट जाएगी। व्यापारी वर्ग को दुकानें खोलने व व्यापार करने की अनुमति दी जाए। इस अवसर पर अनिल कुमार, नरेश, कबीर, कपिल राठौर, जगदीश, दीनानाथ सहित अनेक व्यापारी उनके साथ थे।

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