भिवानी शिक्षिका मौत मामला: मनीषा के गांव में रखी गई श्रद्धांजलि सभा, पिता ने पुलिस से की ये अपील
ढिगावा मंत्री में शिक्षिका मनीषा की श्रद्धांजलि सभा हुई जिसमें परिवार और विभिन्न संगठनों ने शोक जताया। पिता संजय कुमार ने सीबीआई जांच की उम्मीद जताई और न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने स्थानीय पुलिस पर समर्थकों को परेशान करने का आरोप लगाया। बैरागी समाज ने परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी देने की मांग की ताकि परिवार को सहारा मिल सके।
संवाद सूत्र, ढिगावा मंत्री। शिक्षिका मनीषा की आत्मिक शांति के लिए बुधवार को ढाणी लक्ष्मण गांव में श्रद्धांजलि सभा की गई। जिसमें स्वजनों के रिश्तेदारों, विभिन्न संगठनों के लोगों ने पहुंचकर शोक जताया और स्वजनों को ढांढस बंधाया।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान मृतका के पिता संजय कुमार ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा। सरकार ने सीबीआइ से जांच कराने की बात तो मान ली। अब सीबीआइ जल्द जांच कर चार्जशीट पेश करें।
संजय ने कहा लोकल पुलिस उन लोगों को परेशान कर रही है, जिन्होंने परिवार का साथ दिया। प्रशासन से हाथ जोड़कर अपील है कि ऐसा न करें। उन लोगों ने तो हमारे लिए आवाज उठाई थी।
बता दें कि ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा सिंघानी में एक प्ले स्कूल में शिक्षिका थी। वह 11 अगस्त को घर से निकली थी, लेकिन उसके बाद लापता हो गई। 13 अगस्त को उसका शव सिंघानी गांव में खेत में मिला। शव देखने के बाद स्वजनों ने हत्या का आरोप लगा धरना दिया। स्वजनों की मांग पर प्रशासन ने तीन बार मनीषा के शव का पोस्टमार्टम करवाया।
स्वजनों की मांग पर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच सीबीआइ के हवाले कर दी है। पिता संजय कुमार ने श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहा कि हम इसी उम्मीद में हैं कि बेटी को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा।
सरकार ने एक झटके में सीबीआई से जांच कराने की बात तो मान ली। अब सीबीआई जल्द जांच कर चार्जशीट पेश करे।श्रद्धांजलि सभा में आसपास के क्षेत्र के लोगों के अलावा विभिन्न संगठनों के लोग भी शामिल हुए और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे बैरागी समाज के हरियाणा प्रधान राजकुमार पंवार ने मनीषा के स्वजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि मनीषा के परिवार को मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए 36 बिरादरियां खड़ी हैं, लेकिन सरकार परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत करें। कोई प्रावधान हो तो परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी जाए।
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