भिवानी शिक्षिका मौत मामला: मनीषा के घर पहुंची सीबीआई, परिजनों को दिया न्याय का आश्वासन
शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई टीम ने सिंघानी गांव में घटनास्थल का दौरा किया और मृतका के परिवार से मुलाकात की। टीम ने परिवार को जल्द खुलासे का आश्वासन दिया। परिजनों ने 30 नवंबर को बेटी को न्याय दिलाने के लिए उपवास रखने का फैसला किया है। मनीषा का शव 13 अगस्त को नहर किनारे मिला था, जिसके बाद परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था और सीबीआई जांच की मांग की थी।

मनीषा मौत मामला: सीबीआई ने परिवार को दिया न्याय का आश्वासन।
जागरण संवाददाता, भिवानी/ढिगावा मंडी। शिक्षिका मनीषा के मौत मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम वीरवार को एक बार फिर घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने सिंघानी गांव में करीब दो घंटे तक जांच की और फिर मृतका शिक्षा के घर ढाणी लक्ष्मण पहुंचकर स्वजन से बातचीत की और जल्द मामले में खुलासे का आश्वासन दिया। वहीं बेटी को न्याय के लिए 30 नवंबर को गांव में प्रस्तावित एक दिवसीय उपवास भी निर्धारित तय कार्यक्रम अनुसार होगा।
प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले को करीब साढे़ तीन महीने बीत चुके है। शिक्षिका मनीषा का 13 अगस्त को सिंघानी में नहर के पास शव मिला था। स्वजन की मांग पर और प्रदेश सरकार के निर्देश पर तीन सितंबर को सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी।
सीबीआई टीम मामले में प्ले स्कूल संचालक, स्टाफ से पूछताछ, नर्सिंग कालेज में पूछताछ के अलावा खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर से पूछताछ कर चुकी है। सेंटरल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की थी। नवंबर के शुरूआती दिनों में सीबीआई की टीम दिल्ली लौट गई थी। मंगलवार काे टीम फिर वापस भिवानी लौटी। बुधवार को टीम ने अपने रेस्ट हाउस में बने कार्यालय में ही मामले से जुडे़ तीन लोगों से पूछताछ की।
वीरवार सुबह टीम एक बार फिर सिंघानी गांव पहुंची। टीम ने सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। इसके बाद आसपास के क्षेत्र में जांच की। यहां करीब दो घंटे जांच के बाद सीबीआई टीम मृतक शिक्षिका मनीषा के घर ढाणी लक्ष्मण पहुंची और स्वजन से बातचीत की।
स्वजन ने टीम के समक्ष अपने मन के सवाल रखे तो टीम सदस्यों ने मामले में जल्द ही सारा खुलासा करने की बात कही। वहीं गांव में 30 नवंबर को बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक दिन का उपवास कार्यक्रम रखा गया है। जो सीबीआई के दोबारा जांच के लिए आने के बाद भी अभी तय कार्यक्रम अनुसार ही है। स्वजन ने बताया कि वे तो आमजन के साथ है।
यह है मामला
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजनों ने हत्या के आरोप लगाए।
नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। मगर स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें। स्वजनों की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया।
विसरा जांच करवाई गई। जिसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआई जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगे मानी। जिसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया।

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