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    Manisha Case: मैडम कहां है...स्कूल पहुंचे बच्चे ने मैम को किया मिस, गांव में गमगीन माहौल; अब AIIMS की रिपोर्ट पर नजर

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 06:48 PM (IST)

    भिवानी में प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत के बाद गांव में शोक का माहौल है। अब सबकी निगाहें एम्स दिल्ली में हुए तीसरे पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और सीबीआई जांच पर टिकी हैं। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है और सीबीआई जांच की मांग की है जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। स्कूल में बच्चों ने अपनी मेडम को बहुत याद किया।

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    एम्स की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीबीआई जांच पर निगाहें। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भिवानी/ढिगावा मंडी। प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत और अंतिम संस्कार के बाद घर और गांव ढाणी लक्ष्मण में गमगीन माहौल बना है। वहीं इस मामले में अब सबकी नजर एम्स दिल्ली में हुए तीसरे पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और सीबीआइ जांच पर टिकी है। दिल्ली एम्स में लिए गए सैंपल को सेंटर फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री में भेजा जाएगा।

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    सीबीआइ जांच के बाद ही मामले में पूरी तरह स्पष्ट होगा कि यह हत्या है या आत्महत्या। वहीं शुक्रवार को मनीषा की अस्थियों को विसर्जन के लिए ले जाया गया। गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा 11 अगस्त को स्कूल की छुट्टी के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई थी। 13 अगस्त को सिंघानी गांव के खेतों में उसका शव मिला।

    गले पर निशान देख स्वजनों ने हत्या के आरोप लगाए। स्वजनों और ग्रामीणों की मांग पर शव का पहले नागरिक अस्पताल, फिर पीजीआई रोहतक और बाद में एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम हुआ। ग्रामीणों ने गांव के मुख्य मार्ग पर धरना दिया। मामले को लेकर पिछले करीब 10 दिन काफी बवाल मचा।

    स्वजनों की सीबीआइ जांच और एम्स में पोस्टमार्टम की मांग पूरी होने के बाद वीरवार को अंतिम संस्कार किया गया। सीबीआइ जांच की कार्रवाई शुरू स्वजनों की मांग के अनुसार भिवानी पुलिस ने केस सेंट्रल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआइ) को देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

    इसे लेकर सीबीआइ को पत्र लिखा गया है। जल्द ही पुलिस मामले की अब तक की जांच की फाइल सीबीआइ के पास ले जाएगी। इस केस में पुलिस इन्वेस्टिगेशन टीम की केस की जांच संबंधित पूरी जानकारी सीबीआइ को सौंपेगी। दिल्ली एम्स में हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी सेंटर फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री को सौंपी जाएगी।

    डीजीपी शत्रुजीत कपूर वीरवार को भिवानी में प्रेस वार्ता कर पहले ही बता चुके है कि जल्दी से जल्दी केस को स्वजनों की मांग पर सीबीआइ को सौंपा जाएगा।

    मैडम को किया मिस

    शिक्षिका की मौत मामले को लेकर 15 अगस्त से बंद रहे प्ले स्कूल को फिर से शुरू किया गया। शुक्रवार को बच्चे पहुंचे।  जिस कक्षा को शिक्षिका मनीषा पढ़ाती थी, उस कक्षा के बच्चों ने शिक्षिका को काफी मिस किया।

    अपनी होमवर्क कापी चेक करवाने के लिए बच्चे मेडम के बारे में पूछते रहे कि हमारी मेडम कहां है। निजी प्ले स्कूल के डायरेक्टर रोहित ने दैनिक जागरण टीम को बताया कि उनको एक अध्यापिका की जरूरत थी, जिसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर रिक्वायरमेंट डाली, लेकिन कोई अध्यापिका नहीं मिल रही थी।

    उन्होंने तीन जुलाई को एक अन्य स्कूल के संचालक से बात की और कहा कि अध्यापिका की रिक्वायरमेंट है, आपके पास कोई इंक्वारी आई हो या फिर बायोडाटा आया हुआ हो तो मुझे दे दो। उसके बाद रोहित की अध्यापिका मनीषा से बात हुई।

    मनीषा चार जुलाई को इंटरव्यू के लिए स्कूल पहुंची। मनीषा की सात और आठ जुलाई को डेमो क्लासेस हुई और उसके बाद जुलाई से अध्यापिका की पढ़ाने के तरीके से संतुष्ट होकर स्कूल के डायरेक्टर रोहित ने अध्यापिका से सैलरी के बारे में पूछा तो उन्होंने 4000 और 5000 के बीच में सैलारी की रिक्वायरमेंट रखी। डायरेक्टर रोहित ने पांच हजार रुपये फाइनल करके उन्हें पढ़ाने के लिए रखा।

    11 अगस्त तक कुल 23 दिन विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया

    11 अगस्त को अध्यापिका मनीषा हमेशा की तरह समय पर स्कूल में पहुंची, हालांकि उस दिन डायरेक्टर रोहित विद्यालय नहीं आए। वे किसी काम से बाहर गए हुए थे। अध्यापिका मनीषा उस दिन लेट हो गईं थी, नहीं तो वह हमेशा दोपहर 1:30 बजे पर निकल जाती थी। पर सोमवार वह दोपहर 1:58 बजे विद्यालय से निकली।

    मनीषा के बारे में बताया कि मनीषा मिलनसार अध्यापिका थी, जितना कार्य करने को उनको कहा जाता था, उतना कार्य करती थी। स्वभाव से बहुत ही शरीफ थी।

    सात बजे स्कूल आए थे मनीषा के पिता

    स्कूल डायरेक्टर ने बताया कि अध्यापिका मनीषा का पिता सायं करीब 7:00 बजे स्कूल आए थे। उन्होंने आते ही कहां की अभी तक बेटी घर नहीं पहुंची है।

    उसके बाद सीसीटीवी कैमरे देखने को का। करीब 20 मिनट बाद मनीषा के पिता संजय के पास डायल 112 वालों का फोन आता है और कहते हैं कि हम रोड पर हैं, आप कहां हो। जिसके बाद संजय वहां से चला जाता है और 20-25 मिनट बाद दोबारा स्कूल में आता है और कैमरे चेक करने को कहता है।

    उसके बाद हम दोनों मेरी गाड़ी में बैठकर सिवानी रोड पर एक दुकान पर लगे कैमरे चेक करने के लिए चले गए। समय करीब रात 9:30 बजे मैंने संजय से कहा चलो हम लोहारू थाने चलते हैं, शिकायत दर्ज कराएंगे। तो संजय ने कहां अब रात हो गई है मुझे घर छोड़ आओ। करीब 10:00 बजे मैंने संजय को घर पर छोड़ दिया।