Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    भिवानी में पुरानी रंजिश में झगड़ा, थप्पड़ और घूंसा लगने से व्यक्ति की मौत

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 03:38 PM (IST)

    भिवानी के नया बाजार में पुरानी रंजिश के चलते एक व्यक्ति की थप्पड़ और घूंसे से मौत हो गई। मृतक अनिल कुमार का गोलू नामक युवक से विवाद था। बाजार में हुई मारपीट सीसीटीवी में कैद हो गई। अनिल को बेहोश समझकर घर पहुंचाया गया, जहाँ बाद में वह मृत पाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    Hero Image

    फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भिवानी। नया बाजार में एक व्यक्ति और युवक का झगड़ा हो गया। युवक ने व्यक्ति को पहले थप्पड़ मारा और फिर घूंसा। इसके बाद व्यक्ति बीच सड़क गिर गया। हमलावर उसे इसी हालत में घर छोड़ आए। सायं को संभाला तो व्यक्ति मृत मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। झगड़े की घटना सीसीटीवी में कैद हुई। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। झगड़ा शुक्रवार दोपहर करीब डेढ बजे हुआ। रामदत्त वाली गली वासी करीब 50 वर्षीय अनिल कुमार मजदूरी करता था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उसका गली के ही करीब 23 वर्षीय युवक गोलू के साथ विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि करीब एक माह पहले साइकिल को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई थी। मगर उस समय मामला निपट गया था। शुक्रवार दोपहर डेढ बजे बिचला बाजार में दोनों का फिर झगड़ा हुआ, जो वहां लगे सीसीटीवी में भी कैद हुआ। इसमें नजर आया कि अनिल बाजार में पहुंचा तो युवक गोलू बाइक पर बैठा था। अनिल ने जाते ही गुस्से में गोलू को थप्पड़ मारा। गोलू ने भी पहले थप्पड़ मारा और फिर घूंसा। घूंसा लगते ही अनिल सड़क पर गिर गया।

    इसके बाद लोग एकत्रित हुए और अनिल को बेहोश समझ उसके घर चारपाई पर लेटा आए। अनिल के घर में बुजुर्ग पिता कैलाश चंद्र ही है, जो चलने-फिरने में समस्या महसूस करते हैं। उन्हें लगा कि अनिल सोया है। सायं करीब सात बजे उन्होंने अनिल को जगाने का प्रयास किया तो वह नहीं उठा। उन्होंने पड़ोस के लोगों को इकट्ठा किया और अस्पताल लेकर पहुंचे।

    जहां चिकित्सक ने अनिल को मृत घोषित कर दिया। एसएचओ सत्यनारायण ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अनिल दो भाइयों में बड़ा था, वह अविवाहित था। उसके छोटे भाई और मां का पहले ही निधन हो चुका है। घर में वह बुजुर्ग पिता कैलाश चंद्र के साथ ही रहता था। कैलाश चंद्र बुजुर्ग होने के कारण ज्यादा चल-फिर नहीं सकता। अनिल ही मजदूरी करके पिता का सहारा बना था। इस घटना से बुजुर्ग का सहारा भी छिन गया है।