Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भिवानी हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश, सदस्यों ने आपस में बांट रखे थे काम; अपने ही परिचितों को बनाते थे शिकार

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 05:29 PM (IST)

    भिवानी में हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें सदस्य परिचितों को ठगते थे। पुलिस ने चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो महिलाएं जेल भेज ...और पढ़ें

    Hero Image

    हनीट्रैप: परिचितों को ही बना रहे ठगी का शिकार, गिरोह के सदस्यों ने बांट रखे थे आपस में काम। सांकेतिक तस्वीर

    नवनीत शर्मा, भिवानी। हिसार के ठेकेदार को बनाया हनीट्रैप का शिकार मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। इसमें हनीट्रैप गिरोह के सदस्यों ने आपस में काम बांट रखा था, जोकि अपने ही परिचितों को ठगी का शिकार बनाते थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से दो महिला आराेपितों को जेल भेज दिया और दो पुरुष आरोपित रिमांड पर है। आरोपितों ने हिसार के ठेकेदार के अलावा झज्जर जिला के एक युवक से तीन लाख रुपये की ठगी की और चार अन्य लोगों को साजिश के शिकार बनाने में लगे हुए थे।

    आरोपित याेजना बनाकर घटना को अंजाम देते थे। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित संदीप अपने संपर्क में से किसी आर्थिक रूप से संपन्न साथी का नंबर प्रिया को उपलब्ध करवा था। प्रिया फिर उस व्यक्ति से काल या फिर वॉट्सऐप चैट के माध्यम से बातचीत करती और उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लेती थी। फिर वह उस व्यक्ति को मिलने के लिए कमरे पर बुलाती थी। इसमें सीमा के किराये पर लिए कमरे का प्रयोग किया जाता था।

    इसके बाद प्रिया उक्त व्यक्ति और खुद के कपड़े निकाल लेती थी और इसकी सूचना राहुल को फोन पर देती थी। इसके बाद राहुल अपने साथी योगेश के साथ प्रिया का रिश्तेदार बनकर कमरे पर आता और नग्न अवस्था में वीडियो बनाता था। साथ ही उक्त व्यक्ति को केस करने की धमकी देकर डराता था। फिर संदीप और सत्यवान भी पंचायती के तौर पर मौके पर आ जाते थे। वे दोनों पक्षों में पंचायती तौर पर कम रुपये में समझौता करवाते थे।

    सभी आरोपित है कम पढ़े लिखे, इंटरनेट मीडिया पर हुई थी दोस्ती

    पुलिस रिमांड में सामने आया कि गांव जेवली निवासी संदीप शादीशुदा है और उन्हें यह ठगी की तरकीब इंटरनेट मीडिया पर आए दिन हो रही ठगी से बनाई। संदीप ने कक्षा दसवीं, राहुल ने 12वीं, सीमा उर्फ लाडो बाई ने पांचवीं और प्रिया ने 10वीं तक की पढ़ाई की हुई है।

    आरोपित संदीप और राहुल एक ही गांव के है और दोनों अच्छे मित्र है। प्रिया से उनकी दोस्ती फेसबुक पर हुई थी, जबकि सीमा को राहुल किसी अन्य साथी के माध्यम से मिला था। प्रिया और सीमा भी शादीशुदा है, जिसमें प्रिया दो बच्चों की मां है। जबकि सीमा की शादी हनुमानगढ़ में की हुई है, लेकिन अब वह अब किसी अन्य युवक के साथ भिवानी में सहमति संबंध में रहती है।

    पुलिस ने किए चैक और नकदी बरामद

    सीआईए स्टाफ द्वितीय और जैन चौक पुलिस चौकी की संयुक्त टीम ने रविवार को चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों की पहचान चरखी दादरी जिला के गांव जेवली निवासी 35 वर्षीय संदीप पुत्र देशराज, 24 वर्षीय राहुल पुत्र राजाराम, हनुमान गेट निवासी 32 वर्षीय सीमा पत्नी जीत सिंह और गांव मिताथल हाल विद्यानगर निवासी 28 वर्षीय प्रिया पत्नी सुनील के रूप में हुई।

    इस संबंध में रविवार को पुलिस ने दोनों महिला आरोपितों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जिला कारागार भेज दिया, जबकि दोनों पुरुष आरोपितों को सोमवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड हासिल किया है। मंगलवार को आरोपित संदीप और राहुल को दोबारा से जिला न्यायालय में पेश किया जाएगा। रिमांड में आरोपितों से दो-दो लाख के चेक और कुल 62 हजार रुपये की रिकवरी की है।

    इस संबंध में पुलिस ने अभी तक चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो अन्य सत्यवान और योगेश भी इस गिरोह के सदस्य है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपित अन्य तीन-चार व्यक्तियों काे भी हनीट्रैप का शिकार बनाने की योजना में थे। रिमांड में आरोपितों से दो-दो लाख के चेक और कुल 62 हजार रुपये की रिकवरी की है। अब दोनों आरोपितों को बुधवार को जिला न्यायालय में पेश किया जाएगा। आमजन से अपील है कि अंजान नंबरों से आए काल और मैसेज से सचेत रहे और रिप्लाई न करें। - एएसआई मनीष वालिया, इंचार्ज, जैन चौक पुलिस चौकी।