Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भिवानी में डॉक्टर ने जेल अधिकारी पर लगाए गाली-गलौज के आरोप, ड्यूटी करने से किया इनकार

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 01:09 PM (IST)

    भिवानी जिला कारावास में एक मेडिकल ऑफिसर ने जेल अधिकारी पर दुर्व्यवहार और गाली-गलौज का आरोप लगाया है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिज एसोसिएशन ने सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है जिसके चलते चिकित्सकों ने जेल में ड्यूटी करने से इनकार कर दिया है। रोजाना 50-60 मरीजों को अब पंडित नेकीराम शर्मा राजकीय मेडिकल कॉलेज जाना पड़ेगा।

    Hero Image
    भिवानी जेल में मेडिकल ऑफिसर का आरोप- जेल अधिकारी ने की गाली-गलौज। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भिवानी। जिला कारावास में जेल के एक अधिकारी पर एक मेडिकल ऑफिसर ने दुर्व्यवहार और गाली-गलौज के आरोप लगाए हैं।

    हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिज एसोसिएशन के माध्यम से चिकित्सकों ने सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा है और चिकित्सक वीरवार से जिला कारावास में ड्यूटी नहीं करेंगे। वहीं, हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिज एसोसिएशन के सदस्यों ने सेशन जज और सीजेएम से भी मिलकर मामले की जानकारी दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जिला कारावास में तैनात मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि दो दिन पहले वे कैंप को लेकर बातचीत करने के लिए जेल के एक अधिकारी के पास गए थे। जब वे अधिकारी से बातचीत करने लगे तो वह उसके साथ गाली-गलौज करने लगा और विरोध करने पर दुर्व्यवहार भी किया।

    इसको लेकर चिकित्सक के साथ हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसज एसोसिएशन के सदस्य सेशन जज, सीजेएम और सिविल सर्जन से मिले। सिविल सर्जन ने ज्ञापन लेने के बाद मामले को लेकर सेशन जज, सीजेएम, जेल प्रशासन और स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र लिखा है।

    वहीं, मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपित जेल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार जिला कारावास की ओपीडी में रोजाना 50 से 60 मरीज आते हैं। अब वीरवार को चिकित्सक जिला कारावास में ड्यूटी नहीं करेंगे।

    ऐसे में मरीजों को उपचार के लिए पंडित नेकीराम शर्मा राजकीय मेडिकल कालेज में जाना पड़ेगा। वहीं मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि जेल में बना अस्पताल भी व्यवस्थित नहीं है। इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि चिकित्सक से अभद्र व्यवहार की शिकायत आई है। इस बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया है।