नप चेक घोटाला : आरोपित नितिन व अरूण ने सात फर्जी फर्म के खातों में छह करोड़ 22 लाख रुपये ट्रांसफर करने के नाम लिए थे 24 लाख रुपये
नगर परिषद के करोड़ों रुपये के चेक घोटाले में एक बाद एक नया राज खुल रहा हैं। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, भिवानी : नगर परिषद के करोड़ों रुपये के चेक घोटाले में एक बाद एक नया राज खुल रहा हैं। आर्थिक अपराध शाखा भिवानी के इंचार्ज उपनिरीक्षक सतपाल सिंह की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए सखी कंगन पैलेस के संचालक विनोद के भतीजे चिड़ीपाल गली बिचला बाजार, भिवानी निवासी नितिन व गांधी नगर दादरी निवासी रिश्तेदार अरुण ने कई राज खोले हैं। दोनों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि अब तक कुल सात फर्जी फर्म के खातों में नगर परिषद खाते से करीब 6 करोड़ 22 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। आरोपित नितिन व अरुण ने इसके बदले में कमिशन के तौर पर 12-12 लाख रुपये लिए थे। पुलिस ने दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उन्हें चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया हैं। पूर्व पार्षद सुदर्शन ने थाना शहर पुलिस को एक शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने पुलिस को बताया कि नगर परिषद भिवानी के करोड़ों रुपये सरकारी खाते से प्राइवेट पार्टियों के बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किए गए हैं। जिसके बाद में नगर परिषद व प्रशासन में खलबली मची हुई है। आर्थिक अपराध शाखा भिवानी के इंचार्ज उपनिरीक्षक सतपाल सिंह की टीम ने नप के करोड़ों रुपये के घोटाले में आरोपितों की धरपकड़ तेज की हु्ई है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपितों गांधी नगर दादरी निवासी अरुण व चिड़ीपाल गली बिचला बाजार नितिन से गहनता से पूछताछ की। दोनों ने अपराध कबूल करते हुए कई व्यक्तियों के नाम उजागर किए हैं। जिनके पुलिस भी अभी नाम सामने नहीं ला रही है। चाचा के कहने पर भतीजे ने रचा था पूरा खेल
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि सखी कंगन पैलेस के संचालक विनोद व नप अधिकारियों के बीच सांठगांठ हुई। उसके बाद विनोद ने अपनी भतीजे नितिन को भी फर्जी फर्माें के खेल में शामिल किया। नितिन के दादरी व अन्य जगह पर संपर्क कर फर्जी फर्म बनवाई। उसने ऐसी सात फर्म तैयार की। सात फर्जी फर्म के खातों में नप के खाते से करीब छह करोड़ 22 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। अब तक चार आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में अब तक चार आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। 14 मार्च को एक्सिस बैंक भिवानी के मैनेजर आरोपित नितेश को गिरफ्तार किया गया था। 23 मार्च 2020 को पानीपत निवासी फर्म संचालक आरोपित कपिल को गिरफ्तार किया गया। जिसकी निशानदेही पर अब फर्जी फर्म संचालक नितिन व अरुण को काबू किया है। आरोपितों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। शौचालयों की जमीन अपने भाई-भतीजों के नाम करने का मामला भी पहुंचा पुलिस के पास :
नगर के अलग-अलग क्षेत्र में 14 शौचालयों को तोड़कर जमीन को बेचकर फर्जी तरीके से किसी और के नाम कर दिया गया या फिर अपने भाई भतीजों के नाम कर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता सुशील वर्मा ने इस मामले की लिखित शिकायत एसपी से की है। जिसमें नगर परिषद अधिकारी, चेयरमैन, वाइस चेयरमैन तक पर उंगली उठाई गई हैं। सुशील वर्मा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जिला प्रशासन इसकी जांच निष्पक्ष रूप से करेगा।

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