18 साल की उम्र में योग करना सीखा, अब 36 साल से महिलाओं को स्वस्थ रखने को योगाभ्यास के लिए कर रही प्रेरित
जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ शहर के गोकुलधाम में रहने वाली योग शिक्षिका 54 वर्षीय अंजू अ

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर के गोकुलधाम में रहने वाली योग शिक्षिका 54 वर्षीय अंजू अग्रवाल 36 साल से महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें योग सिखा रही हैं। हर रोज सुबह-शाम निश्शुल्क योग की कक्षाएं लगाकर महिलाओं को योग के प्रति प्रेरित कर रही हैं। 18 साल की उम्र में वर्ष 1986 में भारतीय योग संस्थान दिल्ली से जुड़कर योग सीखने वाली डा. अंजू अग्रवाल खुद तो योगाभ्यास करती ही हैं साथ ही अपने आसपास की महिलाओं को भी योगाभ्यास कराती हैं। अंजू अग्रवाल बताती हैं कि योग से हम स्वस्थ रहते हैं। योग से ताजगी का एहसास होता है। योग की ट्रेनिग के दौरान हमें सुपाच्य भोजन करना भी सिखाया जाता है। अंजू अग्रवाल ने बताया कि एक महिला जब स्वस्थ रहती है तो वह अपने परिवार ही नहीं बल्कि पूरे समाज को स्वस्थ रख सकती है। इस कारण वह अपने आसपास की महिलाओं को योग करने के लिए प्रेरित करती हूं। उन्हें निश्शुल्क योग का प्रशिक्षण देती हूं। पहले सेक्टर छह के डीएवी स्कूल में हर रोज सुबह-शाम योग की कक्षाएं लगातीं थीं। अब सेक्टर छह के महाश्रमण सदन में योग की कक्षाएं लगाकर हर रोज महिलाओं को योग सिखाती हूं। काफी संख्या में महिलाएं उसकी योग कक्षाओं से जुड़कर फायदा उठा चुकी हैं और वे अन्य महिलाओं को भी योग करने के लिए प्रेरित करती हैं। अंजू अग्रवाल बताती हैं कि महिला स्वस्थ होगी तो वह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन आसानी से कर सकेगी। अंजू ने बताया कि कोरोना काल में भी योग ने काफी संख्या में लोगों को इस महामारी से बचाने का काम किया। योगाभ्यास करने वाले लोगों का कोरोना का प्रभाव काफी कम हुआ। अगर किसी को योग करने वाले व्यक्ति को योग हुआ तो उसका प्रभाव काफी कम देखने को मिला। वैश्य बीएड कालेज की प्राचार्या डा. आशा शर्मा ने बताया कि योग शिक्षिका अंजू अग्रवाल जब भी जरूरत होती है तो वे हमारे कालेज में भी योग की कक्षाएं लगाती हैं। वे छात्राओं को निश्शुल्क योगाभ्यास कराती हैं। अंजू अग्रवाल महिलाओं को योग सिखाकर उन्हें स्वस्थ रखने का बीड़ा उठाए हुए हैं।

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