केएमपी एक्सप्रेस वे पर भी लागू होगा फास्टैग, साढ़े आठ करोड़ की लागत से 11 टोल प्लाजा पर लगेगा सिस्टम
- एचएसआइआइडीसी की ओर से केएमपी एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग सिस्टम लागू करने के लिए लगाया टेंडर
- एचएसआइआइडीसी की ओर से केएमपी एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग सिस्टम लागू करने के लिए लगाया टेंडर
- प्रथम चरण में 50 फीसद लेन पर लगाया जाएगा सिस्टम, मार्च माह तक चालू होने की संभावना फोटो-1 व 2: जागरण विशेष: कृष्ण वशिष्ठ, बहादुरगढ़:
कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर भी अब फास्टैग सिस्टम लागू हो जाएगा। यहां के सभी 11 टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम लगाने के लिए हरियाणा राज्य औद्योगिक संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) की ओर से करीब साढ़े 8 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। एचएसआइआइडीसी ने केएमपी के टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम लगाने के लिए टेंडर लगा दिया है। इसी माह में टेंडर खोल दिया जाएगा। टेंडर लेने वाली एजेंसी को दो माह में यह काम पूरा करके देना होगा। संभावना है कि मार्च के अंत तक केएमपी पर भी फास्टैग सिस्टम चालू हो जाए। फिलहाल केएमपी के सभी टोल प्लाजा पर इंट्री व एग्जिट की 50 फीसद लेन पर यह सिस्टम चालू होगा। बाद में इसे सभी लेन में अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। गौरतलब है कि 15 दिसंबर 2019 से देश के हाईवे के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम लागू किया गया था। मगर कुछ लेन अब भी कैश की ही थी। मगर 15 फरवरी 2021 के बाद सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा। कैश लेन बिल्कुल खत्म हो जाएगी। उधर, अब तक केएमपी पर फास्टैग सिस्टम ही चालू नहीं हुआ था। यहां पर कैश से टोल कलेक्शन किया जा रहा है। केएमपी पर हर रोज करीब 40 हजार वाहन गुजरते हैं। यहां से प्रतिदिन करीब 68 लाख रुपये का राजस्व मिलता है। ऐसे में यहां पर भी फास्टैग सिस्टम चालू करने का दबाव बढ़ता जा रहा था, जिसके चलते अब केएमपी के भी सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम लगाने का निर्णय लिया गया है। 19 नवंबर 2018 को केएमपी का उद्घाटन हुआ था और 12 दिसंबर 2018 से केएमपी पर टोल कलेक्शन किया जा रहा है। केएमपी पर ये हैं टोल प्लाजा:
- कुंडली
- खरखौदा
- मांडौठी
- बादली
- फर्रुखनगर
- पटौदी
- मानेसर
- पंचगांव
- तावडू
- सोहना
- पलवल वर्जन..
केएमपी पर टोल कलेक्शन के लिए फास्टैग सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके लिए करीब साढ़े आठ करोड़ का टेंडर लगाया गया है। टेंडर छोड़े जाने के बाद दो माह के अंदर संबंधित एजेंसी को यह काम करना होगा। फिलहाल 50 फीसद लेन पर यह सिस्टम चालू किया जाएगा।
-सुरेंद्र देशवाल, सीनियर मैनेजर, एचएसआइआइडीसी।