शरजील इमाम, उमर खालिद समेत जेएनयू छात्रों और बुद्धिजीवियों की रिहाई की मांग, बहादुरगढ़ में किया प्रदर्शन
कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर नए बस स्टैंड के सामने बाईपास पर भारतीय किसान यूनियन उग्राहा की ओर से एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में दिल्ली से टुकड़े-टुकड़े गैंग के कार्यकर्ता भी पहुंच गए।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर नए बस स्टैंड के सामने बाईपास पर भारतीय किसान यूनियन उग्राहा की ओर से एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में दिल्ली से टुकड़े-टुकड़े गैंग के कार्यकर्ता भी पहुंच गए।
सभा के मंच से दिल्ली से आई प्रोफेसर नंदिनी व उनके कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए शरजील इमाम, उमर खालिद, वरवरा राव, गौतम नवलख्खा समेत अन्य बुद्धिजीवियों व जेएनयू के विद्यार्थियों को रिहा करने की मांग की है। करीब 30 से ज्यादा विद्यार्थियों व बुद्धिजीवियों के फोटो लगे बैनरों को सभा में हाथों में उठाकर किसानों ने भी उन्हें रिहा करने की मांग की। किसान यूनियन के नेता जोगेंद्र सिंह उगराहा ने भी विद्यार्थियों की रिहाई की मांग उठाई। किसानों को संबोधित करते हुए नेताओं ने बताया कि विद्यार्थियों व बुद्धिजीवियों को यह सरकार देशद्रोह के मामलों में गिरफ्तार कर रही है। उन्हें जेल में डाला जा रहा है। यह सरासर अन्याय है। हम किसानों के साथ हैं लेकिन सरकार हमारे साथ भी न्याय करे। बेकसूर और निर्दोष विद्यार्थियों व बुद्धिजीवियों को तुरंत रिहा करें और उन पर दर्ज केस वापस लिए जाएं। दरअसल किसान आंदोलन के माध्यम से दिल्ली से आई प्रोफेसर ने जिस शरजील इमाम को रिहा करने की मांग उठाई है, उसे पुलिस ने इसी साल की शुएँ्भआत में काबू किया था। साथ ही जेएनयू में हुए प्रदर्शन में भी कई अन्य विद्यार्थी गिरफ्तार किए गए हैं। शरजील इमाम, छात्र नेता उमर खालिद समेत अन्य जेएनयू विद्यार्थियों और बुद्धिजीवियों पर दिल्ली में हुए दंगों के दौरान देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था और उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।