'ACP को वापस लाओ...', बुलडोजर एक्शन को अंजाम देने वाले पुलिस अधिकारी के समर्थन में क्यों लगे नारे
हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक पुलिस अधिकारी के समर्थन में लोगों ने नारे लगाए। इस अधिकारी ने अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवाया था। लोगों ने 'एसीपी को वापस लाओ' के नारे लगाए, जिससे पता चलता है कि वे अधिकारी के तबादले से नाखुश थे। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि अधिकारी ने शहर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

बहादुरगढ़ में एसीपी दिनेश कुमार के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। बहादुरगढ़ के पटेल नगर के पास सड़क पर फुटकर दुकान लगाकर बैठे विक्रेताओं की सब्जियों को जेसीबी से हटाने और उसका वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट पर डालकर विवादों में फंसे एसीपी दिनेश कुमार के समर्थन में मंगलवार को शहर के काफी लोग सड़क पर उतरे।
झज्जर मोड़ पर एकत्रित होकर लोगों ने पकाैड़ा चौक तक प्रदर्शन किया और एसीपी को वापस लाओ के नारे लगाए। लोगों का कहना था कि एसीपी ने कुछ भी गलत नहीं किया। जो सड़क पर अतिक्रमण करके बैठे हैं, वे चाहे गरीब हो या अमीर, कानून सभी के लिए बराबर है।
'चेतावनी के बाद भी नहीं मानता कोई तो क्या करे पुलिस?'
चेतावनी के बावजूद अगर कोई नहीं मानता है तो फिर पुलिस क्या करे। अगर इस तरह से बिना किसी दोष के अधिकारी को बदला जाएगा तो भविष्य में कोई भी अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा।
प्रदर्शनकारियों में शामिल नप के पूर्व चेयरमैन रवि खत्री ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था के तहत तो अधिकारियों का स्थानांतरण होता ही है, कोई भी अधिकारी सदा एक जगह नहीं रहता, लेकिन इस मामले में एसीपी दिनेश कुमार को बदला जाना गलत है।
शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने और सड़कों को जाम मुक्त रखने के लिए एसीपी दिनेश कुमार जैसे मेहनती और लगनशील पुलिस अधिकारी की जरूरत है। वहीं आकाश राठी ने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है। इसमें गरीब और अमीर का कोई भेद नहीं है।
एसीपी दिनेश को पुलिस कमिश्नर ऑफिस में किया तैनात
सड़कें तो आवागमन के लिए होती हैं, उन पर अगर अतिक्रमण होता है तो उसकाे हटाना भी पुलिस-प्रशासन की ही जिम्मेदारी होती है। बिना वजह ऐसे अधिकारी को बदला नहीं जाना चाहिए। उस कार्रवाई से किसी का कोई नुकसान भी नहीं हुआ था।
शहर में कोई भी यह नहीं कह सकता कि एसीपी दिनेश कुमार ने किसी गरीब को परेशान किया हो। त्योहारों पर सभी को व्यापार की छूट थी। बता दें कि एसीपी दिनेश कुमार को जिला मुख्यालय पर पुलिस कमिश्नर ऑफिस में तैनात किया गया है। उनके पास ट्रैफिक और आसौदा थाना का जिम्मा था।
गत शुक्रवार को एसीपी ने पटेल नगर रोड पर अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की थी और उसकी वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की थी। इसके बाद से वे विवादों में फंस गए थे।

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