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    बहादुरगढ़ में मौसम का चमत्कार या मशीन का : AQI 57 दर्ज, अधिकारी बोले- हवा अभी इतनी साफ नहीं

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 02:36 PM (IST)

    बहादुरगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अचानक 57 तक गिर गया, जिससे लोगों में हैरानी है। कुछ इसे मौसम का चमत्कार मान रहे हैं, जबकि अधिकारी संदेह जता रहे हैं कि हवा अभी भी उतनी साफ नहीं है जितनी दिख रही है। उनका कहना है कि प्रदूषण स्तर में इतनी जल्दी गिरावट मुश्किल है, और इसकी जांच की जा रही है ताकि सही स्थिति का पता चल सके।

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    बहादुरगढ़ में सुबह बादल थे, मगर दोपहर तक मौसम साफ हो गया। फिर दिल्ली-रोहतक रोड पर ऐसा नजारा रहा। 

    जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। पिछले 24 घंटों में मौसम ने अप्रत्याशित रूप से करवट ली है। एक्यूआइ 57 दर्ज किया गया। हालांकि यह चमत्कार मौसम का है मशीन का, अभी स्पष्ट नहीं है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस आंकड़े को सही नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम के मापांकन (कैलिब्रेशन) में दिक्कत है।

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    हवा इस मौसम में इतनी साफ नहीं हो सकती। जो एक्यूआई 57 माइक्रोग्राम दिखा रहा है। प्रदूषण कम तो हुआ, लेकिन असल में तो एक्यूआइ 100 से तो हर हाल में ऊपर ही मिलेगा। ऐसे में बुधवार को आंकड़ा स्टीक आने की संभावना है। दरअसल, बहादुरगढ़ में दीवाली के बाद से ही हवा खराब चल रही है। अक्टूबर के आखिरी दो दिन और नवंबर के पहले दिन में एक्यूआई में कुछ कमी आई।

    एक दिन पहले भी तेज हवा चली तो एक्यआई में कमी दर्ज की गई थी, लेकिन मंगलवार को तो कमाल ही हो गया। एक्यूआई 57 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया तो हैरानी हुई कि अचानक से हवा कितनी साफ कैसे हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी बुलेटिन में मंगलवार को बहादुरगढ़ का यह औसतन एक्यूआई दिखा।

    यह देखकर सवाल उठा कि पांच साल पहले 2020 में जब कोरोना काल के समय बहुत सी प्रदूषण जनित गतिविधियां बंद थी, उस समय भी प्रदूषण का स्तर नवंबर के महीने में इतना कम नहीं हुआ था। जितना अब अचानक से 24 घंटों में हो गया। कोरोना काल से पहले और उसके बाद से तो हर साल नवंबर सबसे ज्यादा प्रदूषण का महीना होता है।

    पिछले तीन दिन भी यही स्थिति रही, लेकिन 24 घंटों में मौसम में ऐसा क्या बदलाव हुआ कि एक्यूआई इतना कम हो गया। ग्रीन कैटेगरी में पहुंच गया। बाद में इसको लेकर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि जो एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम है, उसको दुरुस्त कराया गया है। इसीलिए यह इतना कम एक्यूआई दिखा रहा है। वास्तव में इतना कम नहीं हो सकता। 16 घंटों बाद इसका स्टीक आंकड़ा आएगा।

    24 घंटों पहले एक्यूआई 202 दर्ज हुआ था

    प्रदूषण का स्तर वैसे तो हवा की गति पर निर्भर हो रहा है। जैसे ही हवा की गति बढ़ती है तो प्रदूषण कम हो जाता है और हवा मंद पड़ती है तो प्रदूषण में उछाल देखने काे मिलता है। सोमवार को जब हवा की गति 16 किमी प्रति घंटा हुई तो एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) में पीएम 2.5 का स्तर 202 पर आ गया था। जबकि इससे 24 घंटों पहले यह औसतन 313 पर था।

    क्षेत्र में कई विभागों द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव तो किया जा रहा है, मगर उससे पूरी तरह बात नहीं बन रही। सड़कों से धूल उड़ रही है। लोगों का कहना है कि शहर के अंदर ही सभी सड़कों पर अच्छी तरह से सफाई नहीं हो रही है। इसी कारण वाहनों की आवाजाही से धूल उड़ती रहती है।