Haryana Crime: छात्रा को युवक ने मारा थप्पड़, प्रेमी ने गर्दन में चाकू घोंपकर की हत्या, पुलिस पर भी लगे आरोप
अंबाला में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है जहां आईटीआई की एक छात्रा को थप्पड़ मारने पर एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। हालांकि मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक आईटीआई न खोलने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, अंबाला। आईटीआई की छात्रा को वापस थप्पड़ मारना नदी मोहल्ला निवासी 22 वर्षीय जितेंद्र को महंगा पड़ गया। छात्रा ने फोन कर अपने प्रेमी बुलाए जिन्होंने बस अड्डे परिसर में दिनदहाड़े जितेंद्र की गर्दन में चाकू घोंपकर हत्या कर दी।
22 वर्षीय जितेंद्र नदी मोहल्ले का रहने वाला था। वीरवार करीब सवा पांच बजे आरोपितों ने इस वारदात को अंजाम तक पहुंचाया। आरोपितों में ज्यादातर आईटीआई के छात्र बताए जा रहे हैं। हालांकि बताया यह जा रहा है कि जिस युवक ने जितेंद्र की गर्दन में चाकू घोंपा उसने वर्दी नहीं डाली थी। लिहाजा उसी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह आईटीआई का छात्र नहीं था।
हालांकि, उसके अन्य सहयोगियों ने आईटीआई की वर्दी डाली थी।रात साढ़े 10 बजे तक पुलिस ने इस मामले में किसी भी आरोपित के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया था और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। इस दौरान मृतक के स्वजनों ने आरोपित लड़की का मोबाइल नंबर और उसका नाम भी पुलिस को बता दिया था हालांकि पुलिस मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई की बात कह रही थी।
रोड जाम व आईटीआई नहीं खुलने देने की दी धमकी
मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब मृतक के स्वजनों ने आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर रोड जाम करने की धमकी दे दी। इतना ही नहीं स्वजनों ने कहा कि यदि आरोपितों को नहीं पकड़ा गया तो वह शुक्रवार सुबह आईटीआई को खुलने नहीं देंगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एएसपी दीपक, बलदेव नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप और शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुनीष दलबल के साथ मौके पर तैनात रहे।
हालात यह थे कि पूरा अस्पताल ही पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका था। स्वजनों ने कहा कि जब उन्होंने बस अड्डे पर दूसरी लड़कियों ने उस लड़की के बारे में बातचीत की तो उन्हें बताया गया कि वह इसी तरह टशनबाजी करती है। उन्हीं लड़कियों से उस लड़की का मोबाइल नंबर भी उन्हें मिला था।
पुलिस कर्मियों पर लगाए आरोपितों को बचाने के आरोप
मृतक के भाई मनीष ने बताया कि सूचना मिलने पर वह बस अड्डे परिसर में पहुंचा। इस दौरान एक पुलिस कर्मी और दो होमगार्ड कर्मियों ने उसे ही रोक लिया। उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उसने पुलिस कर्मियों से गुहार लगाई कि उसके सगे भाई को चाकू लगा है लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसे नहीं छोड़ा।
मनीष ने बताया कि उसे बस अड्डे परिसर में आकर पता चला कि उसके भाई की हालत अस्पताल में बिगड़ गई है और उसे पीजीआई लेकर जाना है लेकिन बस अड्डे में मौजूद पुलिस कर्मी और होमगार्ड वालों ने उसे जाने नहीं दिया। इसी कारण उसके भाई की यहीं पर मौत हो गई। मनीष ने आरोपित पुलिसकर्मी और होमगार्ड कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की।
मनीष ने कहा कि जब वह बस अड्डे परिसर में पहुंचा तो आईटीआई के कुछ लड़कों से उससे भी मारपीट का प्रयास किया लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ने की बजाए उसी को पकड़कर रखा।
प्रत्यक्षदर्शी ने इस तरह बताई घटना, बोला पुलिसकर्मियों ने छोड़े आरोपित
प्रत्यक्षदर्शी गांव जंडली निवासी हमीर ने बताया कि करीब 5 बजकर 10 मिनट पर वह और जितेंद्र बस अड्डे परिसर में ही थे। इसी दौरान आइटीआइ की एक लड़की आई और उसने जितेंद्र को अचानक थप्पड़ मारा। जितेंद्र ने भी जवाब में उसे थप्पड़ मार दी। इसके बाद उस लड़की ने फोन कर लड़के बुलाए। 20-25 लड़के आ गए और उन्होंने उन्हें घेर लिया।
इस पर जवाब में उन्होंने भी धक्का-मुक्की की। लेकिन इसी दौरान एक लड़के ने जितेंद्र की गर्दन में चाकू आरपार कर दिया और उसे घूमा दिया। हमीर के अनुसार इस दौरान दो लड़कों को पुलिस ने पकड़ लिया था जिन्हें बाद में पुलिस वालों ने ही निकाल दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
स्वजनों को रो-रोकर बुरा हाल
उधर मृतक जितेंद्र की मां सुनीता रानी को जब हादसे का पता चला तो उसका कलेजा ही निकल गया। उसका रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे के चले जाने का गम उसे खाए जा रहा था। मृतक के पिता राजकुमार राजपुरा पंजाब में प्रिंटिंग प्रैस में काम करते हैं जबकि मनीष डीजे का व उसका छोटा भाई प्रमोद प्राइवेट काम करता है। तीनों में जितेंद्र सबसे छोटा था और उसने करीब एक सप्ताह पहले ही बस अड्डे के बाहर कपड़ों की रेहड़ी-फड़ी लगाने का काम शुरू किया था।
शहर थाना के इंस्पेक्टर मुनीष कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्वजनों के बयानों के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। अभी स्वजनों के बयान लिए जा रहे हैं उसके बाद ही आरोपितों के बारे में सही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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