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    केसरी गांव में पांव पसारने लगा जानलेवा कैंसर

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 24 Jun 2020 10:10 AM (IST)

    साहा खंड के केसरी गांव में कैंसर ने पांव जमाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की एक फैक्ट्री से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी आसपास के खेतों में छोड़ दिया जा रहा है।

    केसरी गांव में पांव पसारने लगा जानलेवा कैंसर

    संवाद सहयोगी, साहा : साहा खंड के केसरी गांव में कैंसर ने पांव जमाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की एक फैक्ट्री से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी आसपास के खेतों में छोड़ दिया जा रहा है। इस पानी के दुष्प्रभाव से गांव के एक दर्जन से अधिक लोग कैंसर की चपेट में आ चुके हैं। गांव में एक की कैंसर से मौत हो चुकी है। इसके बाद से ग्रामीणों में डर का माहौल बनता जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन अब तक यह पता लगाने में नाकाम रहा है कि आखिर प्रभावित गांवों में कैंसर के इतने अधिक मामले कैसे आ रहे हैं।

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    आसपास के गांव का भू-जल भी दूषित

    पिछले दो साल से गांव में कैंसर रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चिकित्सक केमिकल युक्त पानी के इस्तेमाल को इस बीमारी का कारण बता रहे हैं। क्योंकि गांव के किनारे बने कपड़ा फैक्ट्री से निकलने वाला पानी खेतों में बहाया जा रहा है। यह पानी रिसकर भूजल में मिल रहा है।

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    शराब की फैक्ट्री का पानी भी खुले में बहाया

    गांव के दूसरे छोर पर एक शराब की फैक्टरी। इस फैक्टरी से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी भी खेतों में बहाया जा रहा है। इस पानी से जहां फसलें खराब होती हैं वहीं आसपास दुर्गंध में सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है।

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    अब मार्निंग वाक से कर रहे परहेज

    ग्रामीण अब मार्निंग वॉक करने से भी परहेज करने लगे हैं। जबकि सुबह वातावरण काफी शुद्ध माना जाता है। गांव में रहने वाले दर्शन सिंह, मेवा सिंह, मेहर सिंह ने कहा कि पूरे समय हवा के साथ दुर्गंध फैलती है, इससे लोगों का सांस लेना भी दुश्वार होता जा रहा है।

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    चिकित्सकों ने बताया दूषित पानी से हुआ कैंसर

    फोटो : 16

    इलाज के दौरान चिकित्सकों ने बताया दूषित पानी के सेवन से कैंसर हुआ है। गांव में रहता हूं और हैंडपंप अथवा सप्लाई का पानी ही इस्तेमाल करता हूं। बाद में पता चला कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी जमीन में जा रहा है।

    धर्म सिंह, कैंसर पीड़ित

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    150 से अधिक पेड़ झुलसे

    फैक्टरी से निकलने वाला केमिकलयुक्त पानी का असर इंसानों के साथ प्रकृति पर भी पड़ने लगा है। हरे-भरे पेड़ की जड़ों में पहुंच रहे केमिकलयुक्त पानी का असर है कि वे झुलसने लगे हैं। गांव के पर्यावरण प्रेमियों ने फैक्टरी से निकलने वाले केमिकलयुक्त पानी को तुरंत बंद करने की मांग की है।

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    वर्जन

    फैक्टरी से निकलने वाले पानी को बंद कराने के लिए पंचायत की तरफ से कई बार फैक्टरी मालिक को पत्र भेजा गया, लेकिन वहां से कुछ नहीं किया गया। ग्रामीणों ने डीसी से लेकर उच्चाधिकारियों तक इस मामले की शिकायत कर रखी है।

    मामराज कुमार, सरपंच।

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    वर्जन

    इस तरह का कोई मामला मेरी जानकारी में नहीं है। कुछ लोग फैक्टरी के बारे में दुष्प्रचार कर रहे हैं। आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। वैसे हम इस बारे में कोई बात नहीं करना चाहते।

    अंशुल सिघल, प्रभारी फैक्ट्री मैनेजर।