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    शुगर मिल के अधिकारियों को महापंचायत में तीन घंटे तक बंधक बनाया

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Mar 2021 07:10 AM (IST)

    नारायणगढ़ शुगर मिल द्वारा गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करने से खफा भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ग्रुप) और गन्ना किसान संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को करीब छह घंटे तक किसानों ने प्रदर्शन किया।

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    शुगर मिल के अधिकारियों को महापंचायत में तीन घंटे तक बंधक बनाया

    संवाद सहयोगी, शहजादपुर : नारायणगढ़ शुगर मिल द्वारा गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करने से खफा भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ग्रुप) और गन्ना किसान संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को करीब छह घंटे तक किसानों ने प्रदर्शन किया। कई बार शुगर मिल और स्थानीय प्रशासन के आश्वासन के बावजूद भुगतान नहीं किए जाने को लेकर किसान नेताओं ने भड़ास निकाली। भाकियू चढ़ूनी ग्रुप के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी व गन्ना किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष विनोद राणा ने किसानों को संबोधित किया। धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों के पास वार्ता के लिए पहुंचे शुगर मिल अधिकारियों को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। शुगर मिल अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना पर एसडीएम डाक्टर वैशाली शर्मा पहुंचीं और किसानों को आश्वासन दिया। इस पर प्रदर्शन स्थगित करते हुए बंधक बनाए गए शुगर मिल अधिकारियों को छोड़ा।

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    पूर्व निर्धारित किसान महापंचायत को लेकर सुबह से नारायणगढ़ चीनी मिल के सामने किसान एकत्र होने लगे। महापंचायत में दोपहर करीब 12 बजे भाकियू (चढूनी ग्रुप) के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं होने से आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। किसान अब अपनी अगली फसल की पैदावार में आने वाले खर्च को लेकर काफी चितित हैं। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर शुगर मिल प्रशासन किसानों के बीच अपनी बात रखना चाहता है तो आए। दोपहर 12: 50 बजे धरना स्थल पर किसानों के बीच शुगर मिल के सीईओ नरेंद्र मलिक, डायरेक्टर फाइनांस मनोज बंसल पहुंचे। सीईओ नरेंद्र मलिक ने कहा कि उनके पास लगभग 45 करोड़ की चीनी का स्टॉक है, जिस पर लोन की बातचीत चल रही है। इसके अलावा चीनी मिल में इथेनॉल का प्लांट लगाने वाले निवेशकों से भी बातचीत हो रही है। इससे लगभग 20 करोड़ रुपये जाने का अनुमान है, धनराशि मिलते ही बकाया सीधे किसानों के खाते में भेजा जाएगा।

    मिल के आधकारियों के आश्वासन पर भरोसा नहीं करते हुए किसानों ने उन्हें रोक लिया लिया। शुगर मिल अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना पर एसडीएम नारायणगढ़ डा. वैशाली शर्मा पहुंची और किसानों को समझाने की कोशिश की। परंतु किसान मानने को तैयार नहीं थे। लगभग 45 मिनट तक चली बातचीत में कोई हल नहीं निकला तो दोपहर 1: 28 पर किसानों ने मिल प्रबंधन के अधिकारियों को बंधक बनाते हुए कहा कि मिल की तरफ किसानों के गन्ने का लगभग 101 करोड़ रुपये बकाया है और जब तक किसानों का पैसा नहीं मिल जाता है तब तक ये अधिकारी उनके साथ ही रहेंगे। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों को कहा कि हमारे पैसे दिला दो और अधिकारियों को ले जाओ। इसके काफी देर बाद तक किसान नेताओं की व एसडीएम व मिल के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत होती रही। मिल के अधिकारियों ने किसान नेताओं के सामने प्रस्ताव रखा कि 20 मार्च तक 20 जनवरी तक का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा। दोपहर 2: 58 मिनट पर किसान नेताओं को प्रशासन ने बातचीत के लिए बुलाया। लगभग 1 घंटे तक चली बातचीत में मिल के प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रस्ताव रखते 3: 58 मिनट पर किसान नेताओं ने पंचायत में राय मांगी। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 20 मार्च को भी मिल प्रशासन अपनी बात पर खरा नहीं उतरा तो 22 मार्च को दोबारा यहां किसान महापंचायत कर निर्णायक आंदोलन चलाएंगे।