आंदोलन की भेंट चढ़ा शंभू टोल प्लाजा की कमाई
हरियाणा-पंजाब बॉर्डर शंभू टोल प्लाजा इस साल धरना-प्रदर्शनों की वजह से छह बार भेंट चढ़ा है। इनमें पांच बार किसानों के प्रदर्शन वजह बनी। टोल अधिकारियों के मुताबिक 27 दिसंबर तक टोल प्लाजा को 1.65 करोड़ का नुकसान होगा।

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : हरियाणा-पंजाब बॉर्डर शंभू टोल प्लाजा इस साल धरना-प्रदर्शनों की वजह से छह बार भेंट चढ़ा है। इनमें पांच बार किसानों के प्रदर्शन वजह बनी। टोल अधिकारियों के मुताबिक 27 दिसंबर तक टोल प्लाजा को 1.65 करोड़ का नुकसान होगा। प्लाजा को पहली बार इतना नुकसान झेलना पड़ रहा है। बता दें हरियाणा-पंजाब को जोड़ने वाला शंभू बॉर्डर के पास यह टोल प्लाजा बना है। इसी प्लाजा से 24 घंटे में रोजाना करीब 32 हजार वाहन निकलते हैं। जिससे प्लाजा को 50 लाख रुपये का टोल टैक्स वसूला जाता है, इसमें 30 लाख रुपये फास्टैग का शामिल है।
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टोल को कब-कब किया बंद
बता दें टोल प्लाजा के अनुसार 24, 25 व 26 नवंबर को किसान आंदोलन के चलते टोल को चार घंटे के लिए बंद कर दिया गया था। इसमें टोल को सात लाख का नुकसान हुआ। इसी तरह 29 नवंबर को भी टोल सुबह आठ से 11 बजे तक बंद रखा गया, जिस दौरान टोल को साढ़े पांच लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। वहीं अब 25 से 27 दिसंबर तक टोल प्लाजा फ्री रखने से 1.50 करोड़ का नुकसान होगा। जबकि इससे पहले टोल पांच दिसंबर को भी रखा गया था जिसका मुख्य कारण रोमा कंपनी से लेकर दूसरी कंपनी को प्लाज हैंडओवर करना था। इससे तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ था यानी टोल को 1.65 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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वर्जन
छह बार टोल प्लाजा बंद रहा है, इससे करीब 1.65 करोड़ का नुकसान हुआ है। पहली बार प्लाजा को इतना नुकसान झेलना पड़ा है। सबसे ज्यादा नुकसान धरना-प्रदर्शनों से हुआ है। टोल से रोजाना करीब 32 हजार वाहन निकलते हैं, जिनसे फास्टैग सहित 50 लाख रुपये का टोल आता है। अगर भविष्य में भी यही हाल रहे तो टोल प्लाजा के लिए दिक्कत हो जाएगी।
-सूर्या, मैनेजर, शंभू टोल प्लाजा।
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