अब Anti Corruption Bureau के महानिदेशक के लिए होगी लाॅबिंग, आरसी मिश्रा और मोहम्मद अकील में हो रही टक्कर
हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक पद पर अब मोहम्मद अकील व आरसी मिश्रा में से किसी एक की नियुक्ति होगी। मोहम्मद अकील और आरसी मिश्रा दोनों 1989 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं जबकि शत्रुजीत कपूर 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक पद पर आरसी मिश्रा की नियुक्ति को प्रबल माना जा रहा है।

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। हरियाणा के नए पुलिस महानिदेशक (Haryana New DGP) पद के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्रीय लोक सेवा आयोग के पास नौ आइपीएस अधिकारियों (IPS Officers) के नाम का पैनल भेजा था, जिन्हें शार्ट लिस्ट कर तीन अधिकारियों का पैनल बनाया गया। आइपीएस अधिकारी मनोज यादव (IPS MAnoj Yadav) ने डीजीपी के पद पर नियुक्ति संबंधी पैनल में अपना नाम शामिल करने से इन्कार कर दिया था। यादव हरियाणा के डीजीपी रह चुके हैं और रेलवे सुरक्षा बल में महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
आरसी मिश्रा की नियुक्ति को माना जा रहा प्रबल
शत्रुजीत कपूर की रिटायरमेंट 2026 में है, जबकि मोहम्मद अकील की रिटायरमेंट 2025 और डा. आरसी मिश्रा की रिटायरमेंट 2024 में होगी। एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक पद पर अब मोहम्मद अकील व आरसी मिश्रा में से किसी एक की नियुक्ति होगी। मोहम्मद अकील और आरसी मिश्रा दोनों 1989 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं, जबकि शत्रुजीत कपूर 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक पद पर आरसी मिश्रा की नियुक्ति को प्रबल माना जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक के लिए सीएम पर छोड़ा था फैसला
गृह मंत्री अनिल विज ने नहीं की किसी नाम की सिफारिश गृह विभाग हरियाणा के सचिव मनीराम शर्मा केंद्रीय लोकसेवा आयोग से आइपीएस अधिकारियों के नाम का पैनल बाई-हैंड (स्वयं) लेकर आए। इस फाइल को गृह मंत्री अनिल विज के पास भेजा गया। बताया जाता है कि गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस महानिदेशक के पद पर किसी आईपीएस के नाम पर अपनी मुहर नहीं लगाई और यह फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया।
सीआईडी प्रमुख रहते हुए शत्रुजीत कपूर और गृह मंत्री अनिल विज में तकरार रह चुकी है। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीआइडी को गृह मंत्रालय से अलग कर पृथक विभाग बनाकर अपने पास रख लिया था। फिलहाल आलोक कुमार मित्तल सीआइडी प्रमुख हैं। कपूर के लिए गृह मंत्री विज के साथ तालमेल बनाकर चलना बड़ी चुनौती होगी।
अधिकारियों को मिली राहत
कपूर के डीजीपी बनने से आईएएस अधिकारियों को मिली राहत डीजीपी रैंक के शत्रुजीत कपूर मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं। मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले हैं। 31 अक्टूबर 2026 को उनकी रिटायरमेंट है। 2001, 2006 और 2016 में उन्हें केंद्र सरकार के तीन पुरस्कार मिले हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच के अनुरूप भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोला हुआ है। प्रदेश सरकार में बिजली निगमों के चेयरमैन भी रहे हैं।
कई आईएएस अधिकारियों को लिया निशाने पर
आईएएस अधिकारियों की पोस्ट पर काम कर चुके हैं। पुलिस विभाग के अधिकारियों में शत्रुजीत कपूर के पुलिस महानिदेशक बनने से डर है, जबकि आईएएस अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। कपूर ने बिना किसी सिफारिश को माने एंटी करप्शन ब्यूरो को महानिदेशक पद पर रहते हुए कई आईएएस व एचसीएस अधिकारियों को निशाने पर लिया है।
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