Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    159 साल से चल रही ऐतिहासिक ट्रेन 'नेताजी एक्सप्रेस' का बदला रंगरूप, नीले वाले डिब्बों से कितना अलग हैं नए LHB कोच?

    Updated: Thu, 17 Jul 2025 02:14 PM (IST)

    ब्रिटिश शासन में शुरू हुई कालका मेल जिसे अब नेताजी एक्सप्रेस कहा जाता है को आधुनिक एलएचबी कोचों से अपग्रेड किया गया है। 14 जुलाई 2025 से नए कोचों के साथ दौड़ रही यह ट्रेन अब बेहतर सस्पेंशन और कम शोर के साथ आरामदायक सफर प्रदान करेगी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर इसका नाम बदला गया था।

    Hero Image
    159 साल से चल रही ऐतिहासिक ट्रेन का बदला रंगरूप (File Photo)

    जागरण संवाददाता, अंबाला। ब्रिटिश राज में पटरी पर उतरी कालका मेल एक्सप्रेस जिसे अब नेताजी एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है। इस ऐतिहासिक ट्रेन का अब रंगरूप बदलकर नए डिब्बों पर दीनदयालु भी लिख दिया गया है।

    इस ट्रेन को आधुनिक लिंके-हाफमैन-बुश (एलएचबी) कोचों से अपग्रेड कर 14 जुलाई 2025 से दौड़ा दिया है। कालका से हावड़ा तक दौड़ने वाली ट्रेन के नए डिब्बों में अब बेहतर सस्पेंशन सिस्टम, कम शोर और लंबी दूरी की होने के कारण सफर अधिक सुचारु और आरामदायक होने लगा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के सम्मान में बदला गया था नाम: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के सम्मान में 21 जनवरी 2021 को इसका नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया। ट्रेन संख्या 12311 नेताजी एक्सप्रेस के नाम से रेलवे में टिकट बुक होने लगे। यह ट्रेन पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा राज्यों से होकर आती है।

    अब एलएचबी कोच होने पर सुविधाओं और संरक्षा से लैस होगी नेताजी एक्सप्रेस: इस ट्रेन में एलएचबी कोच होने से संरक्षा बेहतर हो जाएगी। कोचों में एंटी-टेलिस्कोपिक डिजाइन, क्रम्पल जोन और सेंटर बफर कपलर जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधाएं होती हैं, जो दुर्घटनाओं के दौरान चोटों के जोखिम को काफी कम करती हैं।

    2006 में हुई थी गरीब रथ एक्सप्रेस की शुरुआत

    गरीब रथ एक्सप्रेस भी एलएचबी कोच से लैस साल 2006 में रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव ने फुल एसी गरीब रथ एक्सप्रेस चलाकर किराया कम और सीटें अधिक देते हुए इसकी शुरुआत की थी। अब संरक्षा की दृष्टि से ट्रेन के कोचों को रेलवे से बाहर किया जा रहा है।

    इन कोच के स्थान पर एलएचबी एसी कोच लगाये जा रहे हैं। इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल हिस्से की मरम्मत और अन्य कारणों का हवाला देते हुए रेलवे बोर्ड ने सभी महाप्रबंधकों को आदेश जारी किए। यह कोच इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाए गए थे, जिनका उत्पादन बंद किया जा चुका है।

    अब गरीब रथ के कोच न बनने के कारण एलएचबी कोच नए बनाने का लक्ष्य भी अधिक कर दिया गया है। 72 सीटों की जगह 80 सीटें की गईं थीं और अब एलएचबी कोच बनाए जा रहे हैं, उसमें एसी इकानमी कोच में भी 80 सीटें ही हैं।

    यह है नेताजी एक्सप्रेस का रूट

    नेताजी एक्सप्रेस, जिसे पहले कालका मेल के नाम से पहचाना जाता था, वह हावड़ा से कलकता तक चलती है। यह ट्रेन बंगाल के हावड़ा जंक्शन से शुरू होती है।

    इस ट्रेन का रूट हावड़ा, बर्द्धमान, दुर्गापुन, आसनसोन, धनबाद, गोमोह, गया, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (पहले मुगलसराय), प्रयागराज (पहले इलाहाबाद), कानपुर, अलीगढ़, गाजियाबाद, दिल्ली, सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला कैंट, चंडीगढ़ और कालका तक पहुंचती है।

    comedy show banner
    comedy show banner