Haryana News: मनोहर-हुड्डा की तकरार, चाचा की भतीजे से रार पर सदन गरम, 45 घंटे तक चली कार्यवाही
Haryana Budget हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच शेर-ओ-शायरी तथा कर्ज समेत कई बड़े राजनीतिक मुद्दों पर तकरार के बीच विधानसभा का बजट सत्र संपन्न हो गया। लोकसभा की तर्ज पर विधानसभा के बजट सत्र में इस बार कई नये प्रयोग हुए।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच शेर-ओ-शायरी तथा कर्ज समेत कई बड़े राजनीतिक मुद्दों पर तकरार के बीच विधानसभा का बजट सत्र संपन्न हो गया।
लोकसभा की तर्ज पर विधानसभा के बजट सत्र में इस बार कई नये प्रयोग हुए। पूरी तरह डिजिटल चला यह सत्र उम्रदराज विधायकों को इसलिए रास नहीं आया क्योंकि वह तकनीक को लेकर अपडेट नहीं थे। इसके बावजूद विधायकों ने अपने सामने लगी लेपटाप की स्क्रीन का भरपूर इस्तेमाल करते हुए डिजिटल हरियाणा-डिजिटल विधानसभा के सरकार के प्रयासों को समर्थन दिया।
45 घंटों तक सदन की कार्यवाही चली
चाचा अभय और भतीजे दुष्यंत के बीच तकरार व स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता व अभय चौटाला की रार सदन में चर्चा का विषय बनी रही। राज्य विधानसभा का बजट सत्र 20 अप्रैल से आरंभ हुआ और 22 मार्च को संपन्न हुआ, जिसमें आठ सीटिंग के दौरान करीब 45 घंटों तक सदन की कार्यवाही चली।
मंत्री संदीप सिंह भी सदन पहुंचे
महिला कोच के यौन शोषण के आरोपों से घिरे राज्य मंत्री संदीप सिंह कुछ समय के लिए सदन में आए, लेकिन उन्हें विपक्ष के आरोप झेलने पड़े। सरकार उनके साथ पूरे दमखम के साथ खड़ी नजर आई। अस्वस्थ होने के बावजूद गृह मंत्री अनिल विज न केवल सदन में पहुंचे, बल्कि कई मुद्दों पर मोर्चा लेते हुए विपक्ष के हमलों का जवाब भी दिया। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार का नौवां और वर्तमान भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार का 1.85 लाख करोड़ का चौथा भारी भरकम बजट पेश किया। सदन में प्रदेश की जनता पर कर्ज को लेकर मनोहर लाल और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच खूब तकरार हुई।
सदन में लगा कर्ज का आरोप
हुड्डा राज्य पर करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज होने का आरोप सदन में लगाते रहे, जबकि मनोहर लाल ने आंकड़ों के साथ इसे 2.5 लाख करोड़ से भी कम बताया। साथ ही बजट में दावा किया गया कि इस बार बाकी राज्यों की अपेक्षा कर्ज दो प्रतिशत कम हुआ है, जो हरियाणा के बजट इतिहास में काफी उपलब्धि की बात है।
हरकोका कानून पर चर्चा
बजट सत्र में सत्ता पक्ष और विधायकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप आम बात है, लेकिन कई भाजपा व जजपा विधायक जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरते नजर आए। महाराष्ट्र में 23 साल पहले संगठित अपराधियों के विरुद्ध बने मकोका कानून की तर्ज पर हरियाणा सरकार ने हरकोका कानून बनाया। कुल छह एक्ट पास किए गए।
68 सुझाव बजट में शामिल
इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला और स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता की तकरार, चाचा अभय सिंह व भतीजे दुष्यंत चौटाला के विरुद्ध हिसार एयरपोर्ट की जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर लगे आरोप-प्रत्यारोप व हुड्डा-मनोहर की तकरार खूब चर्चा में रही। सदन में विधायकों ने 11 ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा की और 240 सवालों के जवाब मंत्रियों की ओर से दिए गए। बजट पर मुख्यमंत्री को 700 सुझाव मिले, जिनमें से उन्होंने 68 सुझाव को अपने बजट में शामिल किया है।