Haryana News: अनिल विज का ओएसडी बन 27 लाख की ठगी के आरोप में BJP नेता गिरफ्तार, चचेरा भाई फरार
प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ओएसडी बनकर करीब 27 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपों में अंबाला छावनी की सदर थाना पुलिस ने भाजपा मंडल उपप्रधान आशीष गुलाटी के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकरण में आरोपित का एक रिश्तेदार लक्ष्य दत्ता अभी फरार हैजिसकी तलाश में छापामारी की जा रही है।
अंबाला,जागरण संवाददाता। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ओएसडी बनकर करीब 27 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपों में अंबाला छावनी की सदर थाना पुलिस ने भाजपा मंडल उपप्रधान आशीष गुलाटी के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
इस प्रकरण में आरोपित का एक रिश्तेदार लक्ष्य दत्ता अभी फरार है, जिसकी तलाश में छापामारी की जा रही है। आरोपित गुलाटी को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से पुलिस उसका रिमांड मांग सकती है। पुलिस महकमे में नौकरी दिलवाने और पेहोवा में करोड़ों रुपयों के लेनदेन के मामले में ठगी की गई।
यह मामला पेहोवा के मनीष गर्ग की शिकायत पर दर्ज किया गया है। सुबूत के तौर पर वाट्सअप की चेटिंग और लक्ष्य ने अकाउंट में जो रुपये दिलवाए हैं, उसका भी शिकायतकर्ता की ओर से सुबूत दिया गया है। इस प्रकरण में प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर भ्रष्टाचार या फिर अपराध करने वालों को छोड़ा नही जाएगा।
वह चाहे कोई भी हो। जानकारी के अनुसार अंबाला छावनी की सदर थाना पुलिस ने मनीष गर्ग की शिकायत पर भाजपा महेश नगर मंडल के उपप्रधान आशीष गुलाटी और उनकी बुआ के बेटे लक्ष्य दत्ता के खिलाफ शुक्रवार को ठगी का मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस ने इस मामले में आशीष गुलाटी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने पेहोवा में किसी से करोड़ों रुपयों का लेनदेन था। इस बारे में रुपये दिलवाने की एवज में आशीष गुलाटी ने यह राशि दिलवाने के लिए उससे रुपयों की डिमांड की।
पेहोवा थाने में यह मुकदमा भी दर्ज है। इस मुकदमे में दबाव डलवाकर रुपये निकलवाने थे। इसके अलावा आरोप लगाया गया है कि सब इंस्पेक्टर के नाम से भी ठगी की है। रुपये ले लिए गए, लेकिन पुलिस में किसी की भर्ती नहीं हो पाई।
इन दोनों मामलों को लेकर मनीष गर्ग की आशीष गुलाटी के रिश्तेदार लक्ष्य दत्ता से वाट्सअप पर चेटिंग होती रही और उसने अपने अकाउंट में भी रुपये डलवाए। आरोप है कि दो लाख रुपये आशीष ने नकद लिए जबकि बाकी सारा पैसा आनलाइन ही ट्रांसफर हुआ है। इसका सुबूत भी पीड़ित पक्ष की ओर से दिया गया है।
इस मामले में पुलिस ने जांच की और शुरुआती जांच में ही स्पष्ट हो गया कि दाल में कुछ काला है। और मामलों की भी खुल सकती हैं परतेंइस पूरे प्रकरण में पुलिस को निष्पक्ष जांच करने के आदेश मिलते हैं, जिसके चलते और मामलों की भी परतें खुल सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि महेश नगर में भी पूर्व थाना प्रभारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
इस मामले की भी कड़ी तफ्तीश में जोड़ी जा सकती है। पूछताछ के बाद ही स्पष्ट होगा कि इस तरह के और कितने मामले हैं, जिनमें ठगी की गई है। विज ने दिए आइजी को जांच के आदेश प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के संज्ञान में यह मामला आया था।
विज ने इस मामले में अंबाला रेंज के आइजी को जांच के आदेश दिए थे। पीड़ित ने विज से मिलकर इस मामले की जानकारी दी थी, जिसके बाद जांच बिठाई गई। इसी जांच में कई चीजें स्पष्ट हुईं, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके अपनी जांच को आगे बढ़ाया।
अनिल विज किसी आरोपी को बख्शते नहीं....
एसएचओ नरेश कुमारअंबाला छावनी सदर थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि ठगी के आरोपों में आशीष गुलाटी और लक्ष्य के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया है। आशीष गुलाटी को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है जबकि लक्ष्य की तलाश की जा रही है। चौहान महेश नगर मंडल प्रधान विजेंद्र चौहान ने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज किसी गलत काम को बर्दाश्त नहीं करते। वे जनता दरबार में भी यह नहीं देखते कि शिकायतकर्ता कौन है, बल्कि निष्पक्ष जांच करवाते हैं।
जो नियम सबके लिए हैं वे कार्यकर्ताओं के लिए भी हैं। आइजी अंबाला रेंज के आइजी सिबाश कबिराज ने कहा कि शिकायतकर्ता ने बताया कि आशीष गुलाटी ने अपने को मंत्री का ओएसडी बताता था। दो एसपी से फोन पर बात भी की। उनको विश्वास दिलाया कि वे गृह मंत्री के ओएसडी हैं। बाकी जांच की जा रही है, जो भी इस मामले में लिप्त होगा उसकी गिरफ्तारी होगी।
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