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    हरियाणा से संगठित अपराध का सफाया करेंगे नए DGP शत्रुजीत कपूर, प्रदेश में बढ़ेगी STF की ताकत

    हरियाणा के नए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ फील्ड अधिकारियों को लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होने उन्हें धैर्यपूर्वक सुनने और उनकी शिकायतों का पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से निवारण करने की जरूरत है। पुलिस को प्रदेश सरकार का चेहरा बताते हुए कपूर ने कहा कि भ्रष्टाचार को भी किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

    By Anurag AggarwaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Sat, 19 Aug 2023 08:19 PM (IST)
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    हरियाणा से संगठित अपराध का सफाया करेंगे नए डीजीपी शत्रुजीत कपूर (फाइल फोटो)

    चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। DGP Shatrujeet Kapoor हरियाणा के नए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने राज्य के पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों की बैठक में अपना विजन साफ कर दिया है। उन्होंने संगठित अपराध करने वाले अपराधियों से सख्ती से निपटने का संदेश देते हुए महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता में रखने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए हैं। संगठित अपराध और अपराधियों का सफाया करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्यक्षमता को बढ़ाने के संकेत दिए। इसके लिए एसटीएफ को पहले से अधिक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

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    पंचकूला मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी पुलिस आयुक्तों, पुलिस उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, पुलिस महानिरीक्षकों व उप महानिरीक्षकों से जुड़े। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपने काम करने के तरीके से अवगत कराते हुए कहा कि उन्हें भी अपने पुराने ढर्रे की कार्यप्रणाली में बदलाव करना होगा। पुलिस की कार्यप्रणाली को त्वरित, समग्र और जनहितैषी बनाने के लिए कपूर ने अधिकारियों को जरूरी सुझाव दिए।

    DGP ने पुलिस को बताया सरकार का चेहरा

    पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वरिष्ठ फील्ड अधिकारियों को लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होने, उन्हें धैर्यपूर्वक सुनने और उनकी शिकायतों का पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से निवारण करने की जरूरत है। पुलिस को प्रदेश सरकार का चेहरा बताते हुए कपूर ने कहा कि भ्रष्टाचार को भी किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। शिकायतकर्ता की संतुष्टि के स्तर का पता लगाने के लिए फीडबैक लेने की प्रणाली विकसित करने की सलाह उन्होंने दी। इससे लोगों का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा।

    उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसा माहौल विकसित करने की जरूरत है, जहां महिलाएं और बेटियां देर से घर आने पर भी सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने फील्ड इकाइयों को लड़कियों के स्कूल, कॉलेजों और बाजारों में पुलिस गश्त तेज करने के निर्देश दिए, ताकि छेड़खानी करने वालों को कड़ा संदेश दिया जा सके।

    सोशल मीडिया पर रहेगी पुलिस की पैनी निगाह

    पुलिस महानिदेशक ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे राज्य में माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सतर्क रहें। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने और नफरत भरे भाषणों के जरिए राज्य में शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया हेतु कपूर ने पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने और विशेष कानून एवं व्यवस्था कंपनियां और स्वैट टीमें बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

    डीजीपी ने की पुलिस कर्मियों के परिवारों की चिंता

    पुलिस अधिकारियों की बैठक में पुलिस महानिदेशक ने अपना मानवीय चेहरा भी दिखाया। उन्होंने कहा कि पुलिस का काम हमेशा चुनौतीपूर्ण माना जाता है और एक डीजीपी होने के नाते पुलिस कर्मियों और उनके बच्चों की भलाई के लिए काम करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों की क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे ताकि उनके कौशल को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा उनके बच्चों को रोजगार योग्य बनाने के लिए राज्य की पुलिस अकादमियों में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

    पुलिस को गांवों में बढ़ानी होगी अपनी सक्रियता

    ग्राम प्रहरी योजना की समीक्षा करते हुए शत्रुजीत कपूर ने कहा कि यह हरियाणा पुलिस की एक अनूठी पहल है, जिसके तहत पुलिस अधिकारी गांवों का दौरा करते हैं और आपराधिक तत्वों की पहचान करने के लिए संदिग्ध व्यक्तियों, विशेषकर युवाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि बदमाशों, छेड़छाड़ करने वालों, ड्रग तस्करों और नशे करने वालों का एक डेटाबेस तैयार किया जाए ताकि उनसे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए रणनीति तैयार की जा सके।

    बैठक में सीआइडी चीफ आलोक मित्तल, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था ममता सिंह, एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह, एडीजीपी आइटी और दूरसंचार एएस चावला, आइजी आधुनिकीकरण अमिताभ ढिल्लों, आइजी प्रशासन संजय सिंह, एआइजी प्रोविजनिंग कमलदीप गोयल और एसपी कानून एवं व्यवस्था समिति चौधरी शामिल रहे।