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    Rakshabandhan पर ग्रामीण चौकीदारों को हरियाणा सरकार का तोहफा, मासिक वेतन में की वृद्धि; 12% EPF भी मिलेगा

    By Anurag AggarwaEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Wed, 30 Aug 2023 05:33 PM (IST)

    हरियाणा सरकार ने रक्षाबंधन के खास मौके पर ग्रामीण चौकीदारों को नायाब तोहफा दिया है। मनोहर लाल सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों के वेतन में जबरदस्त वृद्धि की है। अब ग्रामीण चौकीदारों को प्रतिमाह 11200 रुपये वेतन मिलेगा। इसी के साथ प्रदेश सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों को 12 प्रतिशत ईपीएफ देने का भी ऐलान किया है। इनका वर्दी भत्ता भी बढ़ाया गया है।

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    हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर। (फाइल फोटो)

    चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Haryana Gramin Chowkidaar News हरियाणा के पंचायत विभाग के अंतर्गत काम करने वाले प्रदेश के करीब सात हजार ग्रामीण चौकीदारों को प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ग्रामीण चौकीदारों का वेतन सात हजार रुपये मासिक से बढ़ाकर 11 हजार 200 रुपये मासिक कर दिया है।

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    पहले ग्रामीण चौकीदारों को 3500 रुपये मासिक मिलते थे, जिसे 2018 में मुख्यमंत्री ने बढ़ाकर सात हजार रुपये किया था। प्रदेश सरकार ग्रामीण चौकीदारों को 12 प्रतिशत ईपीएफ का अतिरिक्त लाभ देगी। ईपीएफ की यह राशि प्रदेश सरकार अपने खजाने से ग्रामीण चौकीदारों के खातों में जमा कराएगी।

    जंतर मंतर पर किया था कूच

    मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी की मध्यस्थता के चलते हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री मनोहर लाल से उनके निवास पर बातचीत हुई। इन चौकीदारों ने अपनी करीब एक दर्जन मांगों को लेकर नई दिल्ली में जंतर मंतर पर कूच किया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार बेदी को इन ग्रामीण चौकीदारों से वार्ता करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। कृष्ण बेदी पहले भी मिर्चपुर कांड और जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान आंदोलनों को खत्म कराने में अहम भूमिका निभा चुके हैं।

    वर्दी भत्ता भी बढ़ाया

    मुख्यमंत्री ने ग्रामीण चौकीदारों (Gramin Chowkidar News) का वर्दी भत्ता भी 2500 रुपये से बढ़ाकर 4000 रुपये कर दिया गया है। पहले ग्रामीण चौकीदारों को पूरे ड्यूटी समय में एक बार साइकिल मिलती थी, जो अब हर पांच साल के बाद नई साइकिल मिला करेगी। ड्यूटी करते हुए मृत्यु होने की स्थिति में ग्रामीण चौकीदारों के परिजनों को कोई मुआवजा राशि नहीं मिलती थी, लेकिन मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने 25 से 40 साल की आयु के ग्रामीण चौकीदार की मृत्यु होने पर उसके परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की। यदि 40 से 60 वर्ष की आयु के ग्रामीण चौकीदार की मृत्यु होती है तो परिवार को तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।

    सीएम के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी ने बताया कि रिटायरमेंट पर ग्रामीण चौकीदारों को अब कम से कम दो लाख रुपये मिला करेंगे। पहले कोई राशि नहीं दीजाती थी। जन्म-मृत्यु दर्ज करने के स्टेशन पर 300 रुपये की बजाय ग्रामीण चौकीदारों को अब 400 रुपये मिलेंगे।

    मुख्यमंत्री ने पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर माह की सात तारीख को ग्रामीण चौकीदारों को वेतन मिलना सुनिश्चित किया जाए। इसमें देरी स्वीकार नहीं की जाएगी। सीएम से मिलने वाले पदाधिकारियों में ग्रामीण चौकीदार सभा के प्रधान बुधराम, महासचिव दीपक समालखा, उपाध्यक्ष सोनू नरवाना और कोषाध्यक्ष महीपाल बालू शामिल हैं।