Garib Rath Express Fire: जिस कोच में आग लगी, उसमें यात्री... धुआं उठने पर ड्राइवर को किया अलर्ट, 5 घंटे बाद ट्रेन रवाना
अंबाला में गरीब रथ के एक कोच में आग लगने की घटना हुई। कोच में कम यात्री होने से सभी सुरक्षित बच गए। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की और जांच के आदेश दे दिए हैं।
-1760808226281.webp)
Garib Rath Express Fire: धुआं उठने पर ड्राइवर को किया अलर्ट, 5 घंटे बाद ट्रेन रवाना। फोटो जागरण
दीपक बहल, अंबाला। गरीब रथ के जिस जी-19 कोच में आग लगी, उसमें यात्री कम थे। इसी कारण सभी यात्री आग फैलने से पहले जी-18 और 17 में शिफ्ट हो गए। यही कारण रहा कि कोई यात्री आग की चपेट में नहीं आया। त्योहारी दिनों में ट्रेनों में भीड़ होती है। यात्रियों की संख्या ज्यादा होती तो ट्रेन में भगदड़ में यात्री घायल हो सकते थे और नुकसान भी ज्यादा हो सकता था।
अंबाला स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने के पांच घंटे बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया। जी-19 बोगी में 24 यात्री थे, जबकि जिन बोगियों को अलग किया गया, उनमें 120 यात्री थे। अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर करीब 12 बजे यह ट्रेन पहुंची। रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच गए और यात्रियों को स्टेशन पर ही रोका गया। चंडीगढ़ से तीन एलएचबी कोच मंगवाए गए और गाड़ी में जोड़े गए। करीब पांच घंटे का समय इस सारी प्रक्रिया में लग गया।
इस दौरान यात्रियों के खानपान की व्यवस्था रेलवे ने कराई। पंजाब के सरहिंद स्टेशन पर डिब्बे में धुआं उठता देख स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर ने गाड़ी लाल झंडी दिखाई। कुछ ही दूर जाकर गाड़ी भी रुक गई, किंतु गाड़ी की स्पीड 80-90 किमी प्रति घंटा रफ्तार होने से पूरे डिब्बे में आग फैल गई। रेलवे की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कोच के ऊपर से आग जैसा गोला सीट 12 पर एक महिला के कंबल पर गिरा और ऊपर का हिस्सा सबसे पहले आग में तब्दील हो गया।
एसी या फिर इलेक्ट्रिकल शार्ट सर्किट आग लगने का प्रमुख कारण माना जा रहा है। किंतु सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब समय रहते धुआं उठता देख कर्मचारियों ने लोको पायलट को भी अलर्ट कर दिया और ट्रेन भी रुकवा ली लेकिन तब तक आग भड़क चुकी थी। गनीमत यह रही कि कोच जी-19, 18 में सिर्फ 120 यात्री यात्रा कर रहे थे। भीड़ नहीं होने के कारण यात्री जल्दी दूसरे डिब्बे में चले गए।
यात्रियों की आंखों देखी अनीश और विपिन कुमार जी-19 में सीट नंबर 15 पर बैठकर यात्रा कर रहे थे। दोनों ने रेलवे अधिकारियों को बताया कि सीट नंबर नौ से 14 तक सीट के ऊपर चिंगारी उठी और नीचे बैठी एक महिला के कंबल में आग लग गई यह कंबल रेलवे द्वारा ही यात्री को दिया जाता है।
आग लगने के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया और सभी यात्री जी 17-18 की ओर दौड़ने लगे। जिसका सामान जहां पड़ा था, वह उठा भी नहीं पाया और कुछ यात्री जूते उतारकर बैठे थे वह भी भाग खड़े हुए। कुछ ही दूरी पर जाकर ट्रेन रुक गई बताया गया कि जी 18 में बैठे यात्री ने चेन खींच दी थी। दिल्ली मुख्यालय की टीम करेगी जांच उत्तर रेलवे के बड़ौदा हाउस मुख्यालय की टीम मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी।
रेल अधिकारी इस पूरे मामले में कुछ भी बताने से बच रहे हैं। उनका तर्क है कि पंजाब की फोरेंसिक टीम भी मौके पर आई थी जो मुआयना कर नमूने ले गई है। रेल अधिकारी कर्मचारियों के बयान दर्ज करेंगे और रिपोर्ट बनाएंगे।
दिल्ली से सरहिंद पहुंचे अधिकारी उत्तर रेलवे के आरपीएफ के आइजी, मैकेनिकल विभाग के मुखिया और सेफ्टी विभाग के अधिकारी भी पंजाब के सरहिंद घटनास्थल पर पहुंचे। सभी विभागों के अधिकारियों ने ज्वाइंट नोट तैयार कर लिया है। डीआरएम विनोद कुमार भाटिया, सीनियर डीसीएम नवीन कुमार झा, आरपीएफ कमांडेंट अरुण त्रिपाठी सहित कई अधिकारी मौके पर ही डटे रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।