बाजारों में बढ़ी ऊन की मांग, कीमतों में आई तेजी
हाथ से बने स्वेटरों का क्रेज जहां अब भी बरकरार है वहीं इस सीजन में ऊन के दामों में भी उछाल आया है। सर्दियां शुरु हो चुकी हैं और लोग ऊन की जमकर खरीददारी कर रहे हैं। दाम में तेजी है लेकिन बावजूद इसके लोगों में ऊन का क्रेज कम नहीं है। हाथ से बने स्वेटर का लगाव आज भी कम नहीं हो पाया है।

जागरण संवाददाता, अंबाला : हाथ से बने स्वेटरों का क्रेज जहां अब भी बरकरार है, वहीं इस सीजन में ऊन के दामों में भी उछाल आया है। सर्दियां शुरु हो चुकी हैं और लोग ऊन की जमकर खरीददारी कर रहे हैं। दाम में तेजी है, लेकिन बावजूद इसके लोगों में ऊन का क्रेज कम नहीं है। हाथ से बने स्वेटर का लगाव आज भी कम नहीं हो पाया है।
सर्दी से बचने को इन दिनों बाजार में रेडीमेड वूलन गारमेंट्स के साथ ही ऊनी कपड़े स्वेटर, कार्डिगन, कैप, मोजे आदि हाथ से बनाने के लिए ऊन के खरीददार पहुंच रहे हैं। अपने हाथों से प्रियजनों और परिजनों के लिए स्वेटर बनाने की ललक महिलाएं को ऊन बाजार की ओर आकर्षित कर रही है। दुकानदार अभय जैन ने बताया कि ग्राहकों की मांग के अनुसार ऊन उपलब्ध है। प्योर वूलन थ्रेड मंहगी होने के बावजूद भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। बीते सालों के मुकाबले महंगाई के कारण करीब 5 प्रतिशत का उछाल दामों में आया है। थोक का माल मुंबई और लुधियाना से आता है।
------------ ये हैं ऊन की किस्म और कीमतें
किस्म पुराने रेट (रूपये प्रति 100 ग्राम) नये रेट (रूपये प्रति 100 ग्राम)
थ्री प्लाई थ्रेड 28.50 30.00
वीनस 47.50 50.00
बेबी वूल 76.00 80.00
पश्मीना 76.00 80.00
प्योर वूल 114.00 120.00
------------- आयुवर्ग के अनुसार होता है रंगों का चुनाव
- बच्चों के लिए- रेड, पिक, स्काई ब्लू, रोज
- पुरूषों के लिए- कैमल, ब्राउन, कोफी कलर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।