Haryana Assembly Winter Session: जूनियर कोच के यौन शोषण का मामला गर्माया, अभय चौटाला ने सदन से किया वॉकआउट
हरियाणा विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर कोच यौन शोषण मामला गर्माया रहा। ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्य मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों का मुद्दा उठाया। इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया।

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। Haryana Assembly Winter Session: हरियाणा विधानसभा में शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन था। दूसरे दिन पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर कोच यौन शोषण मामला गर्माया रहा। ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला (Abhay Chautala) ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्य मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच (Women Coach) द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पूर्व मंत्री पर कार्रवाई नहीं की है। सरकार उन्हें बचा रही है, साथ ही महिला कोच को भी प्रताड़ित किया जा रहा है।
यौन शोषण के 24 मामले हुए दर्ज
प्रश्नकाल के दौरान अभय चौटाला ने सरकार ने पूछा कि वर्ष 2019 से लेकर अब तक प्रदेश में कितनी महिला खिलाड़ी व कोच यौन शोषण का शिकार हुई हैं। इसके जवाब में गृह मंत्री अनिल विज ने सदन को बताया कि वर्ष 2019 में पांच, 2020 में दो, 2021 में छह, 2022 में तीन तथा वर्ष 2023 में अब तक आठ महिला खिलाड़ी अथवा कोच यौन शोषण का शिकार हो चुकी हैं।
वहीं, चार मामलों में सबूत नहीं मिलने पर आरोपी को छोड़ दिए गए हैं। गृहमंत्री ने पूर्व मंत्री संदीप सिंह का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने का हवाला देते हुए इस पर और ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया। इसके बाद क्या था, उनके जवाब से असंतुष्ट अभय चौटाला ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
यहां हुए मामले दर्ज
सरकार द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक कैथल व सिरसा में तीन-तीन, कुरुक्षेत्र, भिवानी, रोहतक, सोनीपत व जींद में दो-दो, गुरुग्राम, पानीपत में एक-एक मामला दर्ज किया गया है। गृह मंत्री ने बताया कि मामले में आईपीएस अधिकारी ममता सह की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था।
कमेटी की रिपोर्ट को चंडीगढ़ पुलिस की एसआइटी को भेज दिया गया है। सरकार द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में संदीप सह के केस का उल्लेख नहीं था। जिस पर अभय चौटाला भड़क गए।
क्या है महिला कोच उत्पीड़न मामला?
मनोहर सरकार में खेल मंत्री रहे संदीप सिंह पर महिला कोच ने बीते साल 26 दिसंबर को उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। आरोप लगने के बाद खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप दिया था। हालांकि, मंत्री पद से उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया।
चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी ने इस मामले में अदालत में चार्जशीट दायर की थी, जिसमें कई अहम खुलासे किए गए थे। चार्जशीट के जरिए पता चला था कि संदीप सिंह और पीड़िता के बीच अक्सर बातें हुआ करती थीं और दोनों का रिश्ता प्रोफेनशल बातों से अलग था। पुलिस ने चार्जशीट में बताया था कि संदीप सिंह ने आरोपों की जांच में अधिकारियों का सहयोग नहीं किया था। उन्होंने कहा कि महिला का उत्पीड़न करने वाला आज भी इस सदन का मंत्री है।
महिला कोच को नौकरी से निकाला
अभय चौटाला ने कहा कि सदन में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार यौन उत्पीड़न के केसों में पुलिस व सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है लेकिन संदीप सह केस में शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला कोच को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय नौकरी से निकाल दिया गया है।
इस मुद्दे पर काफी हंगामे के बीच अभय चौटाला ने कहा कि पीड़िता व आरोपी दोनों ही हरियाणा के हैं। एक हरियाणा सरकार की अधिकारी है तो दूसरा मंत्री है। सरकार ऐसे आरोपितों को खुलेआम बचाने का काम कर रही है।
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CFSL की रिपोर्ट से ये पता चला
चंडीगढ़ पुलिस ने चार्जशीट में सीएफएसएल रिपोर्ट का भी हवाला दिया था। जिसके मुताबिक कुछ चैट, वॉयस मैसेज और कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई थी और इससे पता चला था कि पीड़िता ने कुछ लोगों को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी थी।
संदीप सिंह पर किन धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ?
पूर्व मंत्री संदीप सिंह पर पीड़िता ने यौन उत्पीड़न सहित कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। चंडीगढ़ पुलिस ने जांच के बाद 31 दिसंबर को संदीप सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 342, 354, 354ए, 354बी, 506 के तहत मामला दर्ज किया था। हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया था।
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