बस स्टैंड व क्यू शेल्टर की घोषणा तो हुई, लेकिन नहीं मिली सौगात
मुलाना को अभी तक बस स्टैंड की सौगात नहीं मिल पाई है। हर बार इसका वायदा तो जनता से किया जाता है लेकिन यह ठंडे बस्ते में चला जाता है। सरकार द्वारा इसकी ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, मुलाना : मुलाना को अभी तक बस स्टैंड की सौगात नहीं मिल पाई है। हर बार इसका वायदा तो जनता से किया जाता है, लेकिन यह ठंडे बस्ते में चला जाता है। सरकार द्वारा इसकी घोषणा भी की गई है, लेकिन इसको अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया है। मौजूदा सरकार भी इस बारे में जनता वायदा कर घोषणा कर चुकी है, लेकिन मामला अभी जस का तस है। अब स्थानीय लोगों को भी इंतजार है कि यह घोषणा कब कागजों से बाहर आती है। मौजूदा स्थिति यह है कि जो बस क्यू शेल्टर है, वह तो जर्जर हो चुका है और उसकी देखभाल करने में भी प्रशासन नाकाम रहा है। उल्लेखनीय है कि जून 2019 में राज्य परिवहन के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत राय ने मुलाना का दौरा किया था। तब मौके पर अंबाला डीसी व जिला रोडवेज अधिकारी भी मौजूद थे। जहां मुलाना अनाज मंडी में बस स्टैंड बनाने का ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर मुख्य सचिव ने मुलाना में फ्लाइओवर के नीचे दोनों तरफ दो अत्याधुनिक बस क्यू शेल्टर बनाने के निर्देश दिए थे। लेकिन दो साल गुजरने के बाद भी मुलाना वासियों को बस क्यू शेल्टर तक नसीब नहीं हुए ।
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1972 में बना बस क्यू शेल्टर बर्बाद हो गया
मुलाना की आबादी लगभग 20,000 है, लेकिन बस स्टेंड के नाम पर आज तक दो बस स्टाप ही नसीब हुए। इनमें से एक तो 1972 में युवक समाज द्वारा बनवाया गया था जोकि अनदेखी की भेंट चढ़ गए। इनके अलावा आज तक किसी भी सरकार ने बस स्टैंड को चुनावी मुद्दा बनाने के अलावा कुछ नहीं किया। नेशनल हाईवे 344 पर मुलाना में स्थित बस क्यू शेल्टर की दूरी मुलाना मुख्य मार्गों से लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर है। इसके चलते वहां ना तो आज तक कोई बस रुकी और न ही कोई यात्री वहां पंहुचता है।
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इस कारण से जरूरी है बस स्टैंड
मुलाना क्षेत्र एक शिक्षा हब के रूप में आस पास दूर दराज तक जाना जाता है । मुलाना में एमएम डीम्ड टू बी यूनिर्वसिटी के अलावा दो अन्य शिक्षण संस्थान भी हैं। इनमें हर रोज हजारों छात्र- छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने आते है । बस स्टैंड न होने कारण उन्हें धूप तले रहकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। छात्रों के अलावा एमएम अस्पताल में वाले मरीजों को भी इसी समस्या से दो चार होना पड़ रहा है।
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फोटो नंबर :: 54
दो साल पहले जिला अधिकारियों सहित राज्य परिवहन के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मुलाना में दो अत्याधुनिक बस क्यू शेल्टर बनाने के निर्देश दिए थे। उसके बाद से अब तक मुलाना में कोई नहीं आया व न ही कोई निर्माण कार्य शुरू किया गया। मुलाना क्षेत्र के लिए यह काफी जरूरी है।
- नरेश चौहान, पूर्व सरपंच मुलाना

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