ब्राह्मण माजरा की विवादित जमीन छोड़ अब टुंडला में बनेगा सरोवर
जागरण संवाददाता, अंबाला : कई राज्यों में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने वाला छठ पूजा का त्यो
जागरण संवाददाता, अंबाला : कई राज्यों में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने वाला छठ पूजा का त्योहार जल्द ही अंबाला छावनी में भी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। छह पूजा के लिए अभी तक ऐसी कोई निर्धारित जगह नहीं है जहां इस त्योहार को मनाने वाले लोग विधिवत पूजा कर सके। ऐसे में अब छावनी विधानसभा में आने वाले टुंडली गांव में बने तालाब को संवारा जाएगा और उसकी जगह एक बढि़या सरोवर बनाया जाएगा। वहीं यह सरोवर इससे पूर्व ब्राह्मण माजरा गांव में खाली पड़ी जमीन पर बनाने का प्रस्ताव था। लेकिन यह जमीन मुस्तरका मालकान की है जिसके चलते इस पर पंचायत एंव विकास विभाग अपना कोई भी पैसा खर्च करके यहां निर्माण नहीं कर सकता है। अगर यह सरोवर छावनी में किसी निर्धारित जगह बन जाता है तो इससे छावनी में छठ पूजा करने वाले हजारों लोगों को इसका फायदा मिल सकेगा क्योंकि उन्हें पूजा करने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।
दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सोमवार को समीक्षा बैठक में यह मामला उठाया था। मंत्रीजी ने मी¨टग में अधिकारियों से पूछा था कि छठ पूजा के लिए किस जगह सरोवर बनाया जा सकता है। इस पर पहले ब्राह्मण माजरा गांव में खाली पड़ी कुछ एकड़ जमीन पर इस सरोवर को बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इस पर पहले तो डीडीपीओ से पूछा गया तो उन्होंने इसके लिए हां कर दी। साथ ही विज ने डीसी से बातचीत करके कह दिया कि वह मनरेगा स्कीम के तहत यहां फंड जारी करवाएं। इसके बाद जब डीडीपीओ ने अंबाला खंड दो के टैक्नीकल एसडीओ से इस बारे में पूछा तो पता चला कि गांव की यह जमीन मुस्तरका मालकान की है। ऐसे में सरकार या कोई भी सरकारी विभाग इस पर कोई निर्माण नहीं कर सकता हैं। इसके बाद इस जमीन पर सरोवर बनाने का प्रस्ताव रद कर दिया गया।
बाद में टुंडली गांव में श्मशान घाट के पास बने तालाब की जगह यह सरोवर बनाने पर सहमति बनी। हालांकि इस पर भी संबंधित विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है। क्योंकि मौजूदा समय में इस तालाब की हालत काफी खस्ता है और चारों तरफ से यह कच्चा है। ऐसे में इस तालाब को ही संवारकर इसे नए तरीके से बनाकर यहां छठ पूजा करने के लिए सरोवर बनाने पर सहमति बनी। पंचायत एवं विकास विभाग अंबाला दो एसडीओ रमेश के मुताबिक ब्राह्मण माजरा में जिस जमीन पर सरोवर बनाने का प्रस्ताव था उस पर मुस्तरका मालकान का हक है। ऐसे में अब टुंडली गांव में बने तालाब की जगह इसे बनाने का प्रस्ताव है।
नाच घर या घग्गर में होती है पूजा
अगर मौजूदा समय में छठ पूजा की बात की जाए तो छावनी के नाच घर में खाली पड़ी जमीन पर एक छोटा सा गड्ढा करके उसमें पानी भरा जाता है और बाद में लोग यहां पूजा करते है। उधर, शहर में घग्गर नदी में बह रहे गंदे पानी लोगों द्वारा छठ पूजा की जाती है और सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए निर्धारित जगह सरोवर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है।
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