'...आगे-आगे देखिए होता है क्या', हरियाणा में कांग्रेस गुटबाजी पर अनिज विज का शायराना अंदाज में तंज
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर विपक्ष का नेता चुनने में देरी और गुटबाजी को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को निर्णय लेने में एक साल लग गया और यह देश की जिम्मेदार पार्टी नहीं है। विज ने एशिया कप में भारतीय टीम द्वारा पाक अध्यक्ष से ट्रॉफी न लेने के फैसले का भी समर्थन किया।

जागरण संवाददाता, अंबाला। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता चुनने में लगभग एक वर्ष लगाने व उभरती गुटबाजी पर अपने अंदाज में तंज कसते हुए गुनगुनाया “इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे आगे देखिये होता है क्या।”“इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे आगे देखिये होता है क्या।”
कांग्रेस गुटबाजी को लेकर अनिज विज ने कसा तंज
विज मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किस पार्टी का कौन बनेगा, किसको क्या दायित्व दिया जाएगा इससे हमारा कोई लेना देना नहीं। मगर एक बात है कि निर्णय लेने में इन्होंने लगभग एक साल लगा दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी सत्ता में आए ऐसा तो होना नहीं है, मगर यदि यह सत्ता में हो और देश में पाकिस्तान से हमला हो जाए तो इनके फैसला लेते-लेते पाकिस्तान की सेना दिल्ली में घुस जाएगी।
उन्होंने कहा कांग्रेस ने एक साल लगाया है विपक्ष नेता चुनने में। यह देश की जिम्मेवार पार्टी नहीं है, यह देश के दायित्वों का, देश की जिम्मेवारियों का, विपक्ष के नेता का यह दायित्व पूरा नहीं कर सके।
किसी भी मैच की सबसे बड़ी शील्ड वो होती है जो लोग देते हैं: विज
टी-20 एशिया कप में विजेता भारतीय टीम द्वारा पाकिस्तान के एसीसी अध्यक्ष मोहसीन से ट्राफी नहीं लेने पर विज ने कहा कि किसी भी मैच की सबसे बड़ी शील्ड वो होती है जो लोग देते हैं। सारे मैच हराकर और एशिया कप को जीतकर 144 करोड़ भारतीयों ने जो दिल की भावनाओं से शील्ड दी उसके मुकाबले वो शील्ड कुछ नहीं है।
नापाक व खून से रंगे हाथों से तीर्थ यात्रियों पर हमला करने वाले हाथों से खिलाड़ी शील्ड कैसे ले सकते हैं। हम खुश हैं कि हम जीतें है और हमारे खिलाड़ियों ने बिना शील्ड लिए ही जीत का जश्न खेल के मैदान में मनाना शुरू किया।
बिहार में नई मतदाता सूची के प्रश्न पर विज ने कहा कि बिहार में शुद्ध मतदाता सूची जारी की जा रही है जिस पर किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा ऐतराज करने के लिए नियमों के तहत प्रावधान एक माह पहले दिया गया था, उसके बाद ही मतदाता सूची जारी की गई है और इसपर चुनाव सबको करवा लेना चाहिए।
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