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    Haryana Crime: LIC अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर क्राइम को दिया अंजाम, ठगे 55.89 लाख रुपये

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 11:16 AM (IST)

    अंबाला में एक सेवानिवृत्त एलआईसी अधिकारी साइबर ठगी का शिकार हुए। धोखेबाजों ने फर्जी एफआईआर और सीबीआई के नाम पर डराकर उनसे 55 लाख 89 हजार रुपये ठग लिए। आरोपियों ने पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट में रखा और बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करवाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बुजुर्ग को मानसिक रूप से डराकर ठगी की गई।

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    अंबाला में बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 55 लाख रुपये

    जागरण संवाददाता, अंबाला। डिजिटल युग में ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में अंबाला छावनी के इंद्रपुरी निवासी 82 वर्षीय सेवानिवृत्त एलआइसी अधिकारी सुरेंद्र भारद्वाज इसके शिकार हो गए।

    साइबर अपराधियों ने उन्हें फर्जी एफआईआर, सीबीआई और कोर्ट के नाम पर डराकर एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान उन्होंने आरोपितों के दबाव में आकर तीन बैंक खातों से 55 लाख 89 हजार रुपये उनके खातों में ट्रांसफर कर दिए।

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    13 मार्च को आया था मोबाइल पर कॉल

    सुरेंद्र ने बताया कि 13 मार्च 2025 को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकाम रेगुलेटरी अथॉरिटी का अधिकारी बताया और धमकाया कि उनका मोबाइल नंबर दो घंटे में बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने वजह पूछी तो ठग ने कहा कि मुंबई में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है और उनका कैनरा बैंक खाता इसमें संदिग्ध पाया गया है।

    बुजुर्ग ने बताया कि आरोपितों ने वाट्सएप पर उन्हें वीडियो काल पर जोड़ा। काल के दौरान उन्हें फर्जी कोर्ट रूम, चार्जशीट और यहां तक कि जज और सीबीआइ अधिकारी भी दिखाए गए। आरोपितों ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यह बात अपने बेटों को बताई तो उनका अपहरण कर लिया जाएगा।

    डर के साए में पीड़ित ने यह बात घरवालों से छुपाए रखी। सुरेंद्र कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपितों ने उन्हें कहा कि जब भी वे बैंक जाएं तो उन्हें पहले सूचित करें, क्योंकि उनकी हर गतिविधि पर सिक्योरिटी नजर रख रही है।

    कॉल करने वालों के दबाव में आकर पीड़ित ने 18 मार्च से सात अप्रैल 2025 के बीच कई किस्तों में रुपये ट्रांसफर किए। 18 मार्च को 17.49 लाख, 19 मार्च को 14 लाख, 26 मार्च को 14.50 लाख, 28 मार्च को 2.20 लाख, 29 मार्च को 50 हजार, सात अप्रैल को 7.20 लाख रुपये अलग-अलग खातों में भेजी गई।

    यह रकम उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक के अपने खातों से दी। साइबर थाना पुलिस ने बुजुर्ग की शिकायत दर्ज कर ली है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपितों ने बुजुर्ग को मानसिक रूप से इतना भयभीत कर दिया कि वे कई दिनों तक तनाव और डर में रहे। पुलिस अब उन खातों और काल डिटेल्स की जांच कर रही है, जिनमें रकम ट्रांसफर की गई थी।

    फर्जी एफआइआर, सीबीआइ और कोर्ट के नाम पर किया भयभीत

    तबीयत बिगड़ी, अब दी लिखित शिकायत ठगी का शिकार होने के बाद उन्होंने 18 अप्रैल को आनलाइन शिकायत नंबर 21304250018244 दर्ज करवाई थी। इसके बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और बेटा उन्हें इलाज के लिए गुरुग्राम ले गया। लंबे इलाज के बाद स्वास्थ्य में सुधार आने पर अब वे स्वयं थाना साइबर क्राइम, अंबाला पहुंचे और पूरी घटना का ब्योरा लिखित रूप में दिया।