Haryana Rain: सांसे अटकी रहीं... आधे घंटे की बारिश ने फिर डुबोया शहर, गांव-कारोबार सब बेहाल
अंबाला में तेज बारिश ने कहर बरपाया जिससे शहर और छावनी में जलभराव हो गया। इंडस्ट्रियल एरिया की 70 से अधिक फैक्ट्रियों में पानी घुस गया जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ। टांगरी नदी के किनारे बसे गांवों और कॉलोनियों में लोग डर के साये में हैं। माडल टाउन के पास सड़क पर बने गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं।

जागरण संवाददाता, अंबाला। शनिवार को दोपहर करीब एक बजे अचानक आई तेज बारिश ने अंबाला शहर और छावनी दोनों की सांसें थमा दीं। करीब 21.5 मिमी बारिश ने न केवल मुख्य बाजारों और कॉलोनियों को जलमग्न कर दिया, बल्कि अंबाला छावनी के इंडस्ट्रियल एरिया की 70 से अधिक फैक्ट्रियों के मालिकों की चिंता भी बढ़ा दी। इनपर पहले ही तीन दिनों से ताले लटके हुए हैं। जिन फैक्ट्री मालिकों ने हालिया बाढ़ से उबरने की कोशिश की थी, उनकी उम्मीदें फिर धराशायी हो गईं।
इंडस्ट्रियल एरिया में करोड़ों का नुकसान
अंबाला छावनी का इंडस्ट्रियल एरिया इस समय बरसाती पानी की झील में तब्दील हो चुका है। करीब 70 फैक्ट्रियां बंद पड़ी हैं। इनमें विभिन्न आइटम्स तैयार करने वाली यूनिट्स शामिल हैं।
फैक्ट्री मालिक सुरेश धीमान बताते हैं, चार दिन पहले ही पानी निकला था, मशीनें डूबी पड़ी हैं फिर से बारिश ने चिंता बढ़ा दी। लाखों की मशीनें बार-बार पानी में डूबने से अब जवाब देने लगती हैं।
डॉ. आशावंत, कहते हैं, हम रोज कम से कम 5-6 लाख रुपये का प्रोडक्शन करते थे। अब 10 दिन से फैक्ट्री बंद है। बिजली कनेक्शन काटा गया है क्योंकि हर जगह शार्ट सर्किट का खतरा है। नुकसान करोड़ों में है, लेकिन सुनवाई कहीं नहीं है।
85 गांव और 25 कॉलोनियों में फिर डर का माहौल
बारिश भले ही थोड़े समय के लिए हुई हो, लेकिन टांगरी नदी के साथ लगते करीब 25 कॉलोनियों और जिले के 85 गांवों में लोग फिर सहम गए हैं। चार दिन पहले ही पानी उतरने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन दोपहर की बरसात और फिर शाम को शुरू हुई रिमझिम फुहारों ने उन्हें एक बार फिर बेचैनी में डाल दिया।
छोटा बाजार, बांस बाजार, कपड़ा मार्केट, रेलवे रोड, ये सारे इलाके दोपहर की बरसात में फिर पानी-पानी हो गए। माडल टाउन और ओल्ड दिल्ली रोड पर तो हालात इतने खराब हैं कि सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है।
हादसे का इंतजार कर रहा प्रशासन
माडल टाउन के पास ओल्ड दिल्ली रोड पर बना गहरा गड्ढा हादसे को न्यौता दे रहा है। शुक्रवार को विकास विहार में एक आटो गड्ढे में गिरकर पलट गया था। छह लोग घायल हुए, जिनमें दो को चंडीगढ़ रेफर करना पड़ा। इसके बावजूद प्रशासन गड्ढा भरवाने को तैयार नहीं है। स्थानीय लोग नाराज हैं कि प्रशासन इंतजार कर रहा है कि कोई और जानलेवा हादसा हो, तभी काम शुरू किया जाए।
राहत की खबर: नदियों का जलस्तर अब खतरे के नीचे
बारिश ने एक बार फिर भले ही परेशानी बढ़ा दी लेकिन एक राहत की बात यह है कि टांगरी, घग्गर और मारकंडा नदियों का जलस्तर सामान्य हो चुका था। प्रशासन की मानें तो लगातार पंपिंग और ड्रेनेज से पानी की निकासी तेजी से हो रही है।
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