रोशनी अब रास्तों पर नहीं... ठहर जाएगी हर नजर, 94 लाख से बदलेगी अंबाला कैंट की तस्वीर
अंबाला छावनी के एनएच-444ए हाईवे पर 286 फैंसी लाइटें लगाई जाएंगी। सदर नगर परिषद की इस पहल से 5 किलोमीटर का क्षेत्र जगमगा उठेगा। 94 लाख की लागत से 8 महीने में यह काम पूरा होगा। पाम ट्री के साथ ये लाइटें छावनी को स्मार्ट और सुंदर बनाएंगी साथ ही हाईवे पर सुरक्षा भी बढ़ेगी। यह परियोजना छावनी की नई पहचान बनेगी।

उमेश भार्गव, अंबाला। छावनी अब केवल सैन्य गतिविधियों, पुराने बाजारों और ऐतिहासिक महत्व तक सीमित नहीं रहेगी। अब यहां की सड़कों पर भी ऐसी तस्वीर उभरेगी, जो आधुनिकता, सौंदर्य और स्मार्ट प्लानिंग की मिसाल होगी।
सदर नगर परिषद ने एनएच-444ए (अंबाला-जगाधरी नेशनल हाईवे) के छावनी क्षेत्र से गुजरने वाले 5 किलोमीटर हिस्से में डिवाइडर के बीच 286 फैंसी लाइटें लगाने का निर्णय लिया है।
यह लाइटें केवल रोशनी भर नहीं देंगी, बल्कि पहले से लगे हुए खूबसूरत पाम ट्री के साथ मिलकर पूरे हाईवे को एक आकर्षक कारिडोर में तब्दील कर देंगी। रेलवे स्टेशन से इंडस्ट्रियल एरिया तक का यह खंड छावनी की नई पहचान बनेगा।
94 लाख की लागत से 8 महीने में होगा काम
इस योजना पर 94 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक ठेकेदार 23 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे और 24 सितंबर को टेंडर बिड ओपन की जाएगी। वर्क आर्डर जारी होने के बाद ठेकेदार को 8 महीनों के भीतर पूरा काम करना होगा।
नगर परिषद के अधिकारियों के मुताबिक, यह पहल केवल सौंदर्यीकरण का कार्य नहीं है, बल्कि छावनी की छवि को स्मार्ट और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
हर 17.48 मीटर पर लगेगी एक लाइट
286 लाइटें करीब 5,000 मीटर लंबे हिस्से में लगाई जाएंगी, यानी औसतन हर 17.48 मीटर पर एक लाइट। यह लाइटें छोटे लैंप के आकार की होंगी, जिन्हें चारों ओर से मार्बल कवरिंग से सजाया जाएगा।
बाजारों में पहले से सदर बाजार, राय मार्केट, निकलसन रोड और रेलवे रोड पर ऐसे लाइटें लगाई जा चुकी हैं, जिन्हें जनता ने खूब पसंद किया है। ऐसी ही लाइटें अंबाला के प्रवेश द्वारा जग्गी सिटी सेंटर के पास भी अंबाला-चंड़ीगढ़ नेशनल हाईवे पर लगी हैं। अब यही रोशनी जब पाम ट्री के बीच से होकर निकलेगी, तो हाईवे की रौनक दोगुनी हो जाएगी।
पाम ट्री फैंसी लाइट- हाईवे की नई पहचान
इस हाईवे के डिवाइडर पर पहले से सजावटी पाम ट्री लगाए गए हैं, जो हरियाली के साथ-साथ एक आकर्षक विजुअल लुक भी देते हैं। अब जब इन पेड़ों के बीच में फैंसी लाइटें भी जुड़ेंगी, तो नजारा रात में बेहद मंत्रमुग्ध कर देने वाला होगा। यह संयोजन केवल सौंदर्य नहीं, बल्कि एक नियोजित और विचारशील नगरीय विकास की झलक भी देगा।
यह लाइटें पूरी तरह से ऊर्जा-कुशल एलईडी तकनीक पर आधारित होंगी। इससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि लाइटों की लाइफ और परफार्मेंस भी बेहतर होगी। साथ ही, इसका रखरखाव कम खर्चीला होगा, जिससे नगर परिषद पर भविष्य में आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
हाईवे पर बढ़ेगी रौनक, यात्रा अनुभव होगा बेहतर
यह हाईवे केवल ट्रैफिक का रास्ता नहीं, बल्कि छावनी का प्रवेशद्वार भी है। यहां से गुजरने वाला हर यात्री सबसे पहले इसी मार्ग से छावनी में प्रवेश करता है। ऐसे में जब रात के समय पाम ट्री के बीच से झिलमिल करती फैंसी लाइटों की कतारें नजर आएंगी, तो यह अनुभव केवल सफर नहीं, बल्कि यादगार दृश्य बन जाएगा।
बढ़ी हुई रोशनी से रात्रिकालीन सुरक्षा बेहतर होगी। हाईवे पर पैदल चलने वाले लोगों, दुकानदारों और स्थानीय निवासियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, रात के समय हाईवे की सुंदरता और सुरक्षा के कारण व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा हो सकता है।
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