अंबाला में घोटाले के बाद राज्य के दो हजार करोड़ के प्रोजेक्टों पर जांच की आंच, छह सदस्यीय कमेटी गठित
दीपक बहल, अंबाला : अंबाला में फीफा से अप्रूव्ड अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम का टेंडर करीब 40 करोड़ क

दीपक बहल, अंबाला : अंबाला में फीफा से अप्रूव्ड अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम का टेंडर करीब 40 करोड़ का हुआ, लेकिन यहां पर 46 करोड़ का घोटाला सामने आ गया। तीन बार इस टेंडर में रेट रिवाइज कर 115 करोड़ के करीब कर दिया गया। अभी इसकी जांच चल ही रही थी कि अंबाला शहर के लघु सचिवालय में भी फर्जी बिल पास कर करोड़ों का घोटाला हो गया। राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दो चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में छह सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। यह कमेटी राज्य में हुए करीब दो हजार करोड़ के प्रोजेक्टों की जांच करेगी। जांच कमेटी को पंद्रह दिनों में प्रारंभिक और नब्बे दिनों में विस्तार से रिपोर्ट देनी होगी। यह कमेटी अंबाला में भी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और लघु सचिवालय की भी जांच करेगी। दरअसल अंबाला में जिस कंपनी के प्रोजेक्टों में घोटाला सामने आया है, उसके प्रदेश में करीब 60 प्रोजेक्टों की जांच करेगी।
बता दें कि अंबाला के अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम में हुए घोटाले का दैनिक जागरण ने पर्दाफाश किया था, जिसके बाद लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़कें) के एक्सईएन निशांत कुमार, एसडीओ पुनीत मित्तल और जेई राजेश तंवर को सस्पेंड कर दिया था। जो सामग्री ही नहीं आई थी, उनके बिल पास कर दिए गए। इस घोटाले को सरकार ने गंभीरता से लिया। सूत्रों का कहना है कि अंबाला के अलावा कुरुक्षेत्र, करनाल, जींद आदि जिलों में इसी कंपनी के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। ऐसे में इस कंपनी द्वारा जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उनकी पांच बिदुओं पर जांच की जाएगी। एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अनुराग रस्तोगी के द्वारा जारी आदेशों के तहत यह जांच होगी। बता दें कि कई प्रोजेक्टों में रेट को रिवाइज किया गया। कमेटी तय करेगी रेट रिवाइज क्यों करने पड़े और नियम के अनुसार ठीक हैं या नहीं। साथ ही सामग्री कितनी प्रोजेक्टों पर आई और कितने के बिल पास हुए। यहां बता दें कि अंबाला के अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम में स्टी 33 हजार क्विंटल लगने की बात की गई जबकि 13 हजार 500 क्विंटल स्टील आया, लेकिन मौके पर 3270 क्विंटल स्टील पाया गया। यहां पर 36 करोड़ का यहां सामान नहीं आया, जबकि बिल पास कर दिया।
यह है कमेटी के सदस्य
जांच कमेटी में चीफ इंजीनियर महेश कुमार और चीफ इंजीनियर राजीव कुमार शामिल हैं। इनके अलावा एसई अनिल कुमार दहिया, हरपाल सिंह, अभिषेक, प्रवीण चौधरी शामिल हैं।
इन बिदुओं पर होगी जांच
- बिल अदायगी के अनुसार प्रोजेक्ट पर कितना काम हुआ है
- एजेंसी को जारी सिक्योर्ड एडवांस का क्या स्टेटस है
- प्रोजेक्ट में पूर्व किए गए रेट को क्यों रिवाइज किया गया
- आरसीसी के कार्य की चेकिग क्या ड्राइंग के अनुसार है
- फुटबाल स्टेडियम का ड्राइंग के अनुसार निर्माण हुआ है या नहीं
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कमेटी का गठन कर दिया गया है : रस्तोगी
एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अनुराग रस्तोगी ने बताया कि छह सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। अंबाला में जिस कंपनी के कार्य में खामियां सामने आई हैं, उसके अन्य जिलों में चल रहे प्रोजेक्टों की जांच होगी। कितनी प्रोजेक्ट, कितने के होंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा चेक करके ही बता सकते हैं।
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