फेसबुक पर विज्ञापन वर्क फ्राम होम.. सैलरी 30 हजार प्रति महीना, झांसे में आकर गंवाए 13 हजार
यदि फेसबुक पर वर्क फ्राम होम का विज्ञापन आ रहा है और कुछ घंटे की कमाई के हजारों रुपये देने का लालच है तो संभलना होगा क्योंकि यह आपको ठगी के जाल में फंसाने की चाल हो सकती है। कुछ ऐसा ही नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के गांव मानकपुर की रहने वाली गार्गी के साथ हुआ है।

संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : यदि फेसबुक पर वर्क फ्राम होम का विज्ञापन आ रहा है और कुछ घंटे की कमाई के हजारों रुपये देने का लालच है, तो संभलना होगा, क्योंकि यह आपको ठगी के जाल में फंसाने की चाल हो सकती है। कुछ ऐसा ही नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के गांव मानकपुर की रहने वाली गार्गी के साथ हुआ है। उसने भी घर पर ही रहकर काम कर हजारों रुपये कमाने का सपना तो देखा लेकिन इन साइबर शातिरों के जाल में फंसकर 13 हजार 248 रुपये गंवा बैठी। अब नारायणगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। इस तरह से लिया झांसे में
गार्गी ने बताया कि नौ दिसंबर को वह अपने फोन में फेसबुक चला रही थी तो विज्ञापन देखा, जिसमें नटराज पेंसिल पैकिग का जाब वर्क फ्राम होम था। इस में सैलरी भी 30 हजार रुपये महीना थी, जबकि पेशगी के तौर पर 15 हजार रुपये का वायदा था। वाट्सएप नंबर पर काल किया, तो दूसरे व्यक्ति ने खुद को मनतोष यादव बताया। उसने कहा कि पेंसिल पैकिग का काम और माल घर पहुंचाया जाएगा और कंपनी का कर्मचारी ही सामान उठाकर ले जाएगा। इसके लिए 650 रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए गूगल पे करने होंगे, जो उसने कर दिए।
शातिर ने विश्वास जमाने के लिए गार्गी के कहने पर अपना आधार कार्ड भी वाट्सएप कर दिया। इसके बाद शातिर ने उसे नटराज के नाम से बनी साइट का आइडी व पासवर्ड भेज दिया और कहा कि 1150 रुपये कागजात व अन्य खर्च के भेजो, जो उसने गूगल पे कर दिए। घर से कुछ दूरी पर कर्मचारी खड़ा है, उससे बात करो
शातिर ने कुछ रकम मिलने के बाद कहा कि उसकी कंपनी का कर्मचारी गोविदभाई रामेशभाई उनके घर से करीब 15-20 मिनट की दूरी पर खड़ा है, उससे बात करो। शातिर ने इस व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी दे दिया। उसने दिए गए नंबर पर बात की, तो गोविदभाई ने कहा कि उसके मोबाइल पर उनके घर की लोकेशन नहीं आ रही है, जबकि वह कंपनी का माल लेकर खड़ा है। वह 4149 रुपये गूगल पे कर दे तो लोकेशन आ जाएगी। इसके बाद उस ने फिर से 3150 रुपये मांगे, जो दे दिए। इतनी ही रकम की पेमेंट अटक गई थी, वह भी क्लीयर हो गई। इन शातिरों ने उसके 13 हजार 248 रुपये ऐंठ लिए। थाने से वापस बैंक भेजा
महिला ने बताया कि अपनी शिकायत लेकर वह 11 दिसंबर को नारायणगढ़ थाने में आई, जहां उसकी शिकायत नहीं ली गई। थाने में मौजूद कर्मचारी ने कहा कि वह अपने बैंक में जाकर इस बारे में प्रार्थना पत्र दे ताकि उसके रुपये वापस मिल सकें। वह अपनी शिकायत लेकर बैंक गई, लेकिन वहां से उसे वापस भेज दिया गया।
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