Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा और पंजाब में 60 किलोमीटर के दायरे में 41 टोल प्लाजा

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 26 Mar 2022 11:24 PM (IST)

    जागरण संवाददाता अंबाला हाइवे पर फर्राटा भरने वाले वाहनों के लिये लगाये गये टोल प्लाजा को

    Hero Image
    हरियाणा और पंजाब में 60 किलोमीटर के दायरे में 41 टोल प्लाजा

    जागरण संवाददाता, अंबाला

    हाइवे पर फर्राटा भरने वाले वाहनों के लिये लगाये गये टोल प्लाजा को लेकर अब केंद्र सरकार पालिसी में बदलाव करने जा रही है। हरियाणा और पंजाब में कुल 63 टोल प्लाजा हैं जिनमें से 60 किलोमीटर दायरे में 41 टोल आते हैं। हाल में ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में 60 किलोमीट के दायरे में एक ही टोल प्लाजा होने का नियम स्वीकार कर ऐसे टोल प्लाजा तीन माह में हटाने की बात कहीं थी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देशभर से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद नेशनल हाइवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने रिकार्ड खंगाला तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आये।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा-पंजाब में 60 किलोमीटर के दायरे में 41 टोल प्लाजा होने की रिपोर्ट बनाकर भेजी गई हैं। एक टोल की शिफ्टिग की बात करें तो 12 करोड़ रुपये खर्च आता है, ऐसे में 60 किलोमीटर के दायरे में आये 41 टोल को एक स्थान से दूसरे स्थान शिफ्ट किया जाता है तो करीब 4 अरब 92 लाख रुपये खर्च होंगे। नई पालिसी पर अब सबकी निगाहें टिकी हैं जिसमें कुछ टोल एक-दूसरे में मर्ज किये जा सकते हैं तो कुछ का स्थान बदला जा सकता है।

    अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग की बात करें तो मुरथल (सोनीपत) पानीपत और करनाल तक तीन टोल प्लाजा हैं जिनमें से एक के हटने, मर्ज होने या शिफ्ट करने के संकेत हैं। सूत्रों का कहना है कि नई पालिसी में एनएच-वन में 60 किलोमीटर के दायरे में एक ही टोल हो, दूसरे एनएच पर दूसरा हो, इस पर विचार किया जा रहा है। इस पालिसी में 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले टोल की संख्या कम हो जाएगी, जिसका शिफ्टिग पर भी खर्चा बच जाएगा। दूसरा, एक ही एचएन पर 60 किलोमीटर में दो टोल होंगे तो एक-दूसरे में मर्ज या फिर कुछ दूरी पर शिफ्ट किया जा सकता है। यदि शिफ्ट कर भी दिया जाता है तो टोल प्लाजा की राशि में बढ़ोतरी होने के भी संकेत होंगे। दरअसल, टोल की वसूली हाइवे पर प्रत्येक किलोमीटर के हिसाब से ही होती है, यदि बीच का कोई टोल हट भी जाएगा तो वाहन संचालकों को दूसरे पर अधिक राशि देनी होगी। अब सब की निगाहें नई पालिसी पर टिकी हैं। 60 किलोमीटर के दायरे में ये हैं 20 टोल प्लाजा

    अंबाला, पानीपत, घरौंडा, सैनीमाजरा, यमुनानगर, भिवानी-मोरवाला हिसार-नरवाना, बडोपत्ती, चौधरीवास, मदीना, रामायणा, लंढारी, भवदीन, खटकड़ सोनीपत-रोहड, मकरौली, डहर, भागन, छारा, झरोठी

    81,227 करोड़ रुपये टोल से वसूली

    हाईवे पर अच्छी सड़क चाहिये तो टोल देना ही होगा। यही कारण है कि टोल से सरकारी खजाना भर रहा है। देश में पिछले तीन साल के दौरान 81,227 करोड़ रुपये टोल से वसूली की गई है। इनमें वर्ष 2018-19 में 25092.38 करोड़, 2019-20 में 27636.05 करोड़ और 2020-21 में 28499.12 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन हुआ।

    comedy show banner