भगवान परशुराम के जीवन से लें प्रेरणा
संवाद सहयोगी, बराड़ा : भगवान परशुराम जी के जीवन चरित्र से यह शिक्षा मिलती है कि देश, धर्म व समाज की र
संवाद सहयोगी, बराड़ा : भगवान परशुराम जी के जीवन चरित्र से यह शिक्षा मिलती है कि देश, धर्म व समाज की रक्षा के लिए सदैव अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देना चाहिए। यह शब्द भाजपा मंडल महामंत्री नरेश शर्मा ने गांव साबापुर स्थित शिव मंदिर में परशुराम जयंती के अवसर पर कहे। जयंती पर्व पर मंदिर में हवन कर श्रद्घालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
शर्मा ने ग्रामीणों को भगवान परशुराम के दिखाए मार्ग पर चलने का भी आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान भगवान परशुराम के जीवन चरित्र बारे विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि ऋषि कन्या रेणुका के सबसे छोटे पुत्र परशुराम कोई साधारण ऋषि नहीं थे बल्कि स्वयं भगवान ने ही परशुराम के रूप में अंशावतार ग्रहण किया था। महाऋर्षि भृगु के कुल में अवतरित भगवान परशुराम तत्कालीन अन्याय के विरुद्घ अपना विरोध ही प्रकट नहीं किया बल्कि उसे समाप्त करने के लिए शस्त्र भी उठाये। भगवान परशुराम ब्रहमा, विष्णु व शिव का एकभूत रूप थे। भृगु संहिता के निर्माता महर्षि भृगु के कुल में उत्पन्न परशुराम जी वैदिक धर्म की रक्षार्थ अवतरित हुए थे। इस अवसर पर मेघराज शर्मा, मदन लाल नम्बरदार, मोहन लाल, बलवीर चंद शर्मा, हरिराम, सुभाष चंद शर्मा, रामनाथ शर्मा, मनदीप, लवली, रामगोपाल, सतीश भारद्वाज, हरबंश लाल, संदीप सहित गांव के गणमान्य लोग व श्रद्घालु मौजूद रहे।
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