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    Earthquake in Gujarat Today: : गुजरात के राजकोट में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.8 मापी गई

    Earthquake in Gujarat भूकंप से हिली राजकोट की धरती। नेशनल सिस्मोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसाररिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.8 रही। इस भूकंप से जानमाल की और किसी नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। गुजरात इस समय तूफान के संकट से जूझ रहा है।

    By Priti JhaEdited By: Updated: Mon, 17 May 2021 12:00 PM (IST)
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    गुजरात के राजकोट में महसूस किए गए भूकंप के झटके

    गुजरात, एएनआई।  गुजरात के राजकोट में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सिस्मोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.8 रही। इस भूकंप से जानमाल की और किसी नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। गुजरात इस समय तूफान के संकट से जूझ रहा है, गुजरात में इस तूफान से भारी नुकसान की आशंका है। लेकिन इन सबके बीच अब एक नया संकट आ गया। नेशनल सिस्मोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार भूकंप के झटके राजुला जाफराबाद तालुका में तड़के महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप तड़के करीब 3.33 बजे महसूस किया गया।

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    लोगों में डर का माहौल 

     बता दें कि गुजरात में  आये इस भूकंप के बाद लोगों में डर का माहौल बन गया और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 थी। भूकंप तड़के करीब 3.33 बजे महसूस किया गया। हालांकि अभी किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।  मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के झटके ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक लोगों ने महसूस किए। हालांकि अभी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

    इससे  पहले भी एक साथ तीन भूकंप 

    जानकारी हो कि इससे  पहले भी  15 जून 2020  में गुजरात में 24 घंटे के भीतर तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे । पहला झटका रात में लगा था जिसमें भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 रही थी। इसके बाद दूसरा उसी दिन दोपहर एक से शाम चार बजे के बीच कच्छ में भूकंप के दो और झटके महसूस किए गए थे।  रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 4.6 व 4.1 रही। भूकंप का केंद्र भचाऊ था। कच्छ में दोपहर 12:59 बजे भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया था। लोग अभी संभले ही थे कि शाम 3:56 बजे दोबारा भूकंप आ गया। इससे लोग सहम गए थे ।

    वर्ष 2001 में आए विनाशकारी भूकंप की यादें ताजा हो गईं। इंडियन सिस्मोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, उस समय भूकंप का केंद्र भचाऊ से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर रहा। भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना था कि कच्छ भूकंप की दृष्टि से सबसे खतरनाक जोन-5 में आता है। इस जोन में रिक्टर पैमाने पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप भी आ सकता है।

     गुजरात में भारी बारिश

    गुजरात इस समय तूफान के संकट से जूझ रहा है, इस तूफान से भारी नुकसान की आशंका है। जानकारी हो कि इस समय गुजरात के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है। अरब सागर में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते गुजरात पर तूफान का खतरा मंडरा रहा है। तूफान के उत्तर, उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है। 16 17 व 18 मई को सौराष्ट्र एवं कच्छ के समुद्री किनारे पर बसे शहरों में भारी बारिश की आशंका है। 18 मई को सौराष्ट्र व कच्चे तथा दक्षिण गुजरात के इलाकों में पवन की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। सरकार ने राजकोट में एनडीआरएफ की दो टीमें भेजी है तथा एक दर्जन टीमों को स्टैंड बाय रखा है।

    राज्य सरकार ने समुद्री किनारे पर बसे शहर एवं गांवों को सतर्क कर दिया है साथ ही मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की अपील की गई है। समुद्र में पहले से मौजूद बोट को भी वापस बुला लिया गया है। द्वारिका के उपखंड अधिकारी निहार भेटारिया ने बताया कि द्वारिका, ओखा के इलाके में 5282 बोट पंजीकृत हैं, इनमें से केवल 20 से 25 बोट ही समुद्र में है। उन्होंने बताया कि तूफान के खतरे को देखते हुए कोरोना गाईड लाइन के साथ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है। पास के गांव में  उनके लिए आश्रय स्थल बनाए गए।