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गुजरात के वड़ोदरा में माता-पिता का विरोध, वार्ड 1 में प्रवेश के लिए आयु सीमा में छूट की उठाई मांग

माता-पिता ने शहर के सयाजी बाग में विरोध करने के लिए एक चेन बनाई है। वहीं छात्रों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में अपने चेहरे पर काली पट्टी बांधकर और सेव आवर वन ईयर लिखे पोस्टर और बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। (जागरण-फोटो)

By Ashisha Singh RajputEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Mon, 13 Feb 2023 05:23 PM (IST)Updated: Mon, 13 Feb 2023 05:23 PM (IST)
गुजरात के वड़ोदरा में माता-पिता का विरोध, वार्ड 1 में प्रवेश के लिए आयु सीमा में छूट की उठाई मांग
रविवार को भी इस फैसले के विरोध में माता-पिता ने प्रदर्शन किया गया था

वडोदरा, एएनआई। गुजरात सरकार के 1 जून, 2023 तक छह साल की उम्र में बच्चों के स्कूलों में कक्षा 1 में दाखिला लेने की सीमा तय करने के फैसले का जमकर विरोध किया जा रहा है। गुजरात के वडोदरा में माता-पिता सड़कों पर उतर आए हैं।

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माता-पिता का दावा

बता दें कि रविवार को भी इस फैसले के विरोध में माता-पिता ने प्रदर्शन किया गया था और कहा कि इस तरह के नियम के कारण, कई बच्चे, जो छह साल से कुछ महीने या दिन भी दूर हैं, उन्हें सीनियर केजी में पढ़ना होगा। प्रदर्शनकारी अभिभावकों ने दावा किया कि राज्य के तीन लाख बच्चे पहली कक्षा में प्रवेश से वंचित हो जाएंगे और ऐसे होने से उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा।

माता-पिता की मांग

माता-पिता ने शहर के सयाजी बाग में विरोध करने के लिए एक चेन बनाई है। वहीं छात्रों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में अपने चेहरे पर काली पट्टी बांधकर और 'सेव आवर वन ईयर' लिखे पोस्टर और बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। माता-पिता ने उम्र में कुछ महीने की छूट देने की मांग की ताकि उनके बच्चों का एक साल छूट न जाए।

अभिभावकों ने कहा

विरोध में भाग लेने वाले माता-पिता रिपु ने कहा, 'हम बच्चों की उम्र में छूट की मांग के साथ यहां एकत्र हुए हैं ताकि उनका एक साल बर्बाद न हो। अगर सरकार सभी लोगों की बात सुन सकती है, तो वह हमारी मांगों को क्यों नहीं सुनती?'

एक अन्य अभिभावक ने कहा, 'सरकार की इस नीति के कारण गुजरात के लगभग तीन लाख छात्र प्रभावित हो रहे हैं और उन्हें सीनियर केजी दोहराने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह नीति सरकार द्वारा कोविड -19 के सेट से ठीक पहले लाई गई थी। इसलिए, नीति को लागू नहीं किया जा सका और हमारे बच्चों को पुरानी नीति के अनुसार प्रवेश दिया गया था।' अब सरकार इस नीति को लागू करने की कोशिश कर रही है। इसलिए, स्कूल माता-पिता से अपने बच्चों को सीनियर केजी में दोहराने के लिए कह रहे हैं।'

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