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    'कारगिल युद्ध में भारत के पास था जवाबी हमले का विकल्प', भागवत बोले- हमारी सेना को नहीं दिए सीमा पार करने के निर्देश

    Updated: Fri, 18 Oct 2024 05:45 AM (IST)

    गुजरात में मोहन भागवत ने कहा कि भारत हमलों की शुरुआत नहीं करता और न ही खुद पर किसी हमले को सहन करता है। उन्होंने कहा कारगिल युद्ध के दौरान जब पाकिस्तान ने हम पर हमला किया था तो भारत के पास जवाबी हमला करने का विकल्प था अगर हमने उसे चुना होता। लेकिन हमारी सेना को स्पष्ट निर्देश मिले थे कि सीमा पार नहीं करनी है।

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    भागवत ने कहा कि भारत हमलों की शुरुआत नहीं करता

    पीटीआई, सूरत। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित सिद्धांतों की वजह से भारत उन देशों की भी मदद करता है जिन्होंने कभी उसके विरुद्ध युद्ध छेड़ा था, लेकिन वर्तमान में संकट का सामना कर रहे हैं।

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    जैन समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि भारत हमलों की शुरुआत नहीं करता और न ही खुद पर किसी हमले को सहन करता है। उन्होंने कहा, 'कारगिल युद्ध के दौरान जब पाकिस्तान ने हम पर हमला किया था तो भारत के पास जवाबी हमला करने का विकल्प था, अगर हमने उसे चुना होता। लेकिन हमारी सेना को स्पष्ट निर्देश मिले थे कि सीमा पार नहीं करनी है। सेना को सिर्फ उन्हीं को निशाना बनाने के निर्देश दिए गए थे जो हमारी सीमाओं के भीतर थे।'

    भागवत ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक का किया जिक्र

    भारत द्वारा पाकिस्तान के अंदर की गई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए भागवत ने कहा, 'जब हमने उन पर उनके घर में हमला किया तो हमने पूरे पाकिस्तान को निशाना नहीं बनाया। हमने सिर्फ उन लोगों पर हमला किया जो हमारे लिए मुश्किलें पैदा कर रहे थे।'

    भारत या दुनिया के समक्ष वर्तमान में मौजूद समस्याओं का कोई विशेष उदाहरण दिए बिना संघ प्रमुख ने कहा, 'आज काफी लोग वर्तमान स्थिति की वजह से भविष्य को लेकर चिंतित महसूस कर रहे हैं। लेकिन डरने की कोई जरूरत नहीं है। हम सभी इन समस्याओं का समाधान कर लेंगे और हमसे प्रेरित होकर दुनिया भी खुद समाधान तलाश लेगी।

    उच्च अधिकारी बनाने के नाम पर 40 युवाओं से करोड़ों की ठगी

    गुजरात में आइएएस एवं आइपीएस की नौकरी दिलाने के नाम पर एक गिरोह ने 40 युवकों से करोड़ों रुपये ठग लिया है। गांधीनगर सचिवालय में लाकर फर्जी क्लास वन अधिकारी से मुलाकात कराकर अधिकारी बनने की लालसा रखने वाले युवकों को भर्ती का फर्जी पत्र थमा देते थे।

    अहमदाबाद अपराध शाखा ने 29 सितंबर को गुजरात पब्लिक सर्विस कमीशन जीपीएससी की परीक्षा में फर्जी तरीके से पास कराने तथा क्लास वन अधिकारी बनने की लालसा रखने वाले युवक-युवतियों को आइएएस व आइपीएस की नौकरी लगाने का झांसा देकर 40 युवाओं को ठगने का मामला उजागर किया है।

    झांसा देकर करीब सवा तीन करोड़ रुपये ठग लिये

    अहमदाबाद के निकोल में रहने वाले राहुल चौहाण ने चंदुलाल पटेल, जलदीप टेलर, जितेंद्र प्रजापति, हितेश पंड्या समेत आठ लोगों पर जीपीएससी में पहचान होने की बात कहकर उच्च अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 20 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है। आरोपियों ने उसे एक फर्जी भर्ती पत्र भी सौंपा था। ऐसे ही उन्होंने अन्य तीन युवकों को भी झांसा देकर करीब सवा तीन करोड़ रुपये ठग लिये है।

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