Rajkot Fire: वो चार घटनाएं जिसने 5 साल में गुजरात के लोगों को दिए गहरे जख्म, पानी से लेकर आग की तबाही ने छीन लिए सैंकड़ों चिराग
Rajkot Gaming Zone Tragedy गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार देर रात एक इनडोर गेम जोन में भीषण आग लगने से 12 बच्चों समेत 35 लोगों की मौत हो गई। अब तक हिरासत में लिए गए चार लोगों में सह-मालिक और प्रबंधक भी शामिल हैंजबकि राज्य सरकार ने कल रात पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) को जांच सौंपी है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, राजकोट। Rajkot Gaming Zone Tragedy: 25 मई की शाम गुजरात शहर के राजकोट में गेम जोन में लगी भीषण आग में 12 बच्चों समेत 35 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद राजकोट पुलिस ने टीआरपी गेम जोन के मालिक और उसके प्रबंधक को हिरासत में लिया है।
गर्मी की छुट्टियों का मजा लेने के लिए अक्सर लोग और ज्यादातर बच्चे इस टीआरपी गेम जोन में आते है। इस दौरान काफी भीड़ भी रहती है। वहां मौजूद लोगों के अनुसार, नाना-मावा रोड पर स्थित गेम जोन में बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।
गुजरात के वो 4 बड़े हादसे...
बता दें कि यह पहला ऐसा हादसा नहीं है जब किसी भीषण घटना में मासूमों की जान न गई हो। गुजरात में पिछले पांच साल की बात करें तो ऐसी चार भीषण घटनाएं हो चुकी हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हैरानी की बात तो यह है कि इन सभी घटनाओं में राज्य के लोगों ने अपने अनमोल बच्चों को खोया है।
ये सभी घटनाएं ज्यादातर पानी और आग से जुड़ी हुई है। इन 4 बेहद दर्दनाक घटनाओं में शामिल है-
- 24 मई 2019- सूरत में तक्षशिला अग्निकांड
- 18 जनवरी 2023 को वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने की त्रासदी
- 30 अक्टूबर, 2022 मोरबी ब्रिज त्रासदी
- 25 मई, 2024 राजकोट में आग की घटना
25 मई टीआरपी गेम जोन-राजकोट
शनिवार शाम (25 मई) को नाना-मावा रोड पर स्थित गेम जोन में जब यह हादसा हुआ, तब बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे। इन मासूम के माता-पिता को क्या पता था कि इन बच्चों के हंसी एक झटके में खत्म हो जाएगी।भीषण आग ने टीआरपी गेम जोन की दो मंजिला इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। गर्मी की छुट्टियों और सप्ताहांत की भीड़ के कारण इस इमारत में लगभग 300 लोग मौजूद थे, जिनमें से कई बच्चे थे। खोज और बचाव अभियान जारी है, एक व्यक्ति अभी भी लापता है। इस हादसे में 12 बच्चे समेत 35 लोगों की मौत हुई है।
24 मई 2019- सूरत में तक्षशिला अग्निकांड
गुजरात के सूरत के सरथाना इलाके में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से कम से कम 22 छात्रों की मौत और कई अन्य घायल हो गए थे। यह कोचिंग सेंटर तक्षशिला कॉम्प्लेक्स की तीसरी और चौथी मंजिल पर स्थित था। बता दें कि इस कोचिंग सेंटर ज्यादातर किशोर थे। सभी छात्रों की मौत दम घुटने या कॉम्प्लेक्स से कूदने के कारण हुई। जब आग लगी तो बच्चे खुद को बचाने के लिए खिड़कियों से गिरते हुए भी नजर आए थे, जो काफी भयावह दृश्य था।पता चलता है कि आग शॉर्ट-सर्किट की वजह से लगी थी।
वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने की त्रासदी
18 जनवरी, 2023 को गुजरात के वडोदरा शहर के बाहरी इलाके में एक स्कूल पिकनिक त्रासद में बदल गई। जब एक नाव के झील में पलट जाने से 16 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 14 छात्र और दो शिक्षक शामिल थे। दोपहर में जब यह हादसा हुआ, तब दो दर्जन छात्र और चार शिक्षक पिकनिक मना रहे थे और हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे।
30 अक्टूबर, 2022 मोरबी ब्रिज त्रासदी
30 अक्टूबर, रविवार की शाम जब लोग अक्सर बाहर घूमने के लिए निकलते है। किसी को क्या पता था कि एक ब्रिज कुछ ही सेंकड में ऐसे टूटेगा कि लोगों की खुशी मातम में बदल जाएगी। रविवार शाम को मोरबी शहर में हुई भयावह घटना भारत में पिछले कई वर्षों में हुई सबसे भयानक त्रासदियों में से एक है। इसमें 135 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से ज्यादातर महिलाएं, बच्चे और बुज़ुर्ग थे। 137 साल पुराना सस्पेंशन ब्रिज मरम्मत के बाद पांच दिन पहले ही फिर से खुला था।
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