Gujarat: वेंकैया नायडू बोले, मां और मम्मी में फर्क समझें
Venkaiah Naidu In Gujarat. गुजरात की दो दिवसीय यात्रा पर आए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा में ही दी जानी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। Venkaiah Naidu In Gujarat. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि मां और मम्मी में फर्क समझना चाहिए। अंग्रेजी भाषा देश पर थोपी गई है। प्रशासन के सभी काम स्थानीय मातृ भाषा में ही होने चाहिए।
गुजरात की दो दिवसीय यात्रा पर आए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा में ही दी जानी चाहिए। शिक्षा में अपनी प्राचीन संस्कृति, परंपरा व विचारधारा का समावेश होना चाहिए। वेंकैया नायडू ने छात्र छात्राओं से कहा कि कोई भी शिक्षण संस्था सामान्य नहीं होती, वे अपनी शिक्षण संस्था के गौरव को महसूस करें।
वेंकैया नायडू ने कहा कि अंग्रेजी हमारे ऊपर थोपी गई भाषा है। प्रदेशों में स्थानीय कामकाज में मातृ भाषा का ही उपयोग होना चाहिए। उन्होंने मां और मम्मी का फर्क समझने की नसीहत देते हुए कहा कि शिक्षा का ध्येय महज नौकरी नहीं होना चाहिए। वेंकैया नायडू के अनुसार हिंदी सीखो या अंग्रेजी, लेकिन सबसे पहले अपनी मातृ भाषा सीखनी चाहिए। शिक्षा में संस्कार, संस्कृति, महापुरुषों के विचारों व परंपराओं का समावेश जरूर होना चाहिए।
वेंकैया नायडू ने कहा कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण कर सरकार ने विराट कार्य को अंजाम दिया है। इसके लिए गुजरात सरकार प्रशंसा की हकदार है। वेंकैया नायडू ने विश्वास जताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जल्दी ही आर्थिक मंदी से उबर जाएगा। मोदी के स्थायी व योग्य नेतृत्व में भारत दुनिया की आर्थिक महासत्ता के रूप में उभरकर सामने आएगा।
गुजरात पुलिस को मिला प्रेसिडेंट कलर्स
संगठित अपराध, आर्थिक अपराध व आतंकवाद से जूझने वाली गुजरात पुलिस को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बहादुरी व श्रेष्ठ कार्य के लिए प्रेसिडेंट कलर्स प्रदान किया। राज्य पुलिस का अब अपना एक ध्वज व गीत होगा।
गुजरात सरकार ने फरवरी 2019 में केंद्रीय गृह मंत्रालय को गुजरात पुलिस को विशेष निशान व प्रेसिडेंट कलर्स प्रदान करने की सिफारिश की थी। मार्च 2019 में केंद्र से इसकी हरी झंडी मिल गई थी। उपराष्ट्रपति एम. वेकैंया नायडू ने रविवार को गुजरात पुलिस को कराई गांधीनगर पुलिस अकादमी में यह ध्वज व निशान प्रदान किया।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने बताया कि गुजरात के पहले मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाड़ु, त्रिपुरा और आसाम पुलिस को यह सम्मान प्राप्त हुआ है। पुलिस को मिलने वाला यह प्रतीक अफसरों एवं जवानों की यूनिफार्म के बाएं हाथ की बांह पर लगाया जाएगा। राष्ट्रगीत की तरह गुजरात पुलिस को एक एन्थम की मंजूरी दी गई है। गुजरात पुलिस के लिए यह एन्थम शंकर महादेवन द्वारा तैयार किया गया है। राज्य में पुलिस के 1,06,831 अधिकारी एवं जवान कार्यरत है।