Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Gujarat: मां को पीटने वाले बेटे को छोड़ना होगा अपना आशियाना, घर से पांच किमी दूर रहने की शर्त पर मिली जमानत

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Sat, 01 Feb 2025 03:11 AM (IST)

    अहमदाबाद की एक अदालत ने एक बेटे को मां के घर से पांच किमी दूर रहने की शर्त पर जमानत पर छोड़ा। मेडिकल का खर्च मांगने पर आरोपित बेटे ने डंडे और स्टील की बोतल से मां को पीट दिया था। कोर्ट में मां ने बेटे को उससे 10 किमी दूर रखने की मांग रखी थी। गंभीर चोट लगने के कारण पीड़िता को तीन दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा

    Hero Image
    मां को पीटने वाले बेटे को छोड़ना होगा अपना आशियाना (सांकेतिक तस्वीर)

     राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। दुनिया में कहीं पर भी परेशान होने के बाद एक बेटे को मां की गोद में सुकून मिलता है। लेकिन अहमदाबाद की एक अदालत ने एक बेटे को मां के घर से पांच किमी दूर रहने की शर्त पर जमानत पर छोड़ा। मेडिकल का खर्च मांगने पर आरोपित बेटे ने डंडे और स्टील की बोतल से मां को पीट दिया था। कोर्ट में मां ने बेटे को उससे 10 किमी दूर रखने की मांग रखी थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महानगर के पाश इलाके घाटलोडिया में रहने वाली एक सेवानिवृत्त कर्मचारी ने पुलिस थाने में दिसंबर 2024 में अपने 37 वर्षीय बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि बेटे से मेडिकल खर्च मांगने पर उसने डंडे व स्टील की बोतल से उसको पीटा। गंभीर चोट लगने के कारण पीड़िता को तीन दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था।

    आरोपित बेटा बेरोजगार है और पत्नी व बेटी को लेकर मां के साथ ही रहता है। अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश पीएम सयानी ने कहा कि मां के घर से पांच किलोमीटर दूर रहने की शर्त पर बेटे को जमानत पर छोड़ा जा सकता है। आरोपित को 15 दिन में मां का घर भी छोडना पड़ेगा।

    मेडिकल छात्रा आत्महत्या मामले में प्राचार्य, चार प्राध्यापक को पकड़ा

    उत्तर गुजरात के एक बीएचएमएस कालेज की 19 वर्षीय अनुसूचित जाति की छात्रा ने हास्टल में आत्महत्या कर ली थी। मेहसाणा पुलिस ने इस मामले में प्राचार्य और चार प्राध्यापक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

    मेहसाणा के बामणा गांव स्थित मर्चेंट होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज की छात्रा उर्वशी श्रीमाली ने 29 जनवरी को हॉस्टल के अपने कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। इंटरनेट मीडिया पर वायरल उसके पत्र में लिखा है कि एससी जाति से आने के चलते प्राचार्य व प्राध्यापक उसे परेशान करते हैं। पिता की शिकायत के बाद मेहसाणा पुलिस ने प्राचार्य कैलाश पाटिल, प्राध्यापक वीएस राव, प्रशांत नुवाल, वाईसी बास तथा डा संजय रीथे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।